सरकारी अफसर का खुलासा- मैं ट्रांसजेंडर हूं
punjabkesari.in Monday, Dec 21, 2015 - 12:59 PM (IST)

केंद्रपाड़ा: ओडिशा की 32 वर्षीय एक राजपत्रित अधिकारी ने हिम्मत दिखाते हुए अपनी ट्रांसजैंडर पहचान सार्वजनिक कर दी है और कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश ने उन्हें खुद को स्वीकार करने का साहस प्रदान किया। रतिकांता अब ऐश्वर्या रितुपर्णा प्रधान के नाम से जाने जाएंगे। सुप्रीम कोर्ट से ट्रांसजेंडरों को मान्यता मिलने के बाद रतिकांता प्रधान ने अपनी ट्रांसजेंडर आइडेंटिटी का खुलासा किया है।
रतिकांत प्रधान के रूप में पैदा हुई और ओडिशा वित्तीय सेवा में नौकरी कर रही अधिकारी ने अब ऐश्वर्या रितुपर्णा प्रधान के रूप में नई पहचान आत्मसात की है। बंदरगाह शहर पारादीप में वाणिज्यिक कर अधिकारी (सी.टी.ओ.) के रूप में तैनात प्रधान को अपनी पहचान पर गर्व है।
उन्होंने कहा कि उसने ट्रांसजैंडरों को तीसरे लिंग की श्रेणी में मान्यता देने और उनके संवैधानिक अधिकारों की गारंटी देने के 15 अप्रैल 2014 के उच्चतम न्यायालय के फैसले की वजह से यह निर्णय लिया। ओडिशा के कंधमाल जिले में जी उदयगिरि ब्लॉक के तहत गुमनाम कनाबागिरी गांव की निवासी प्रधान ने अक्तूबर 2010 में पुरुष उम्मीदवार के रूप में ओडिशा वित्तीय सेवा में प्रवेश किया था। प्रधान ने कहा कि 9 अप्रैल 2014 को सी.टी.ओ. के रूप में उसकी तैनाती हुई। उस समय वह पुरुषों के कपड़े पहनती थी। बाद में उच्चतम न्यायालय का आदेश आने पर उसने साड़ी पहननी शुरू कर दी। बहुत से लोग जो मुझे पहले सर कहते थे, अब च्मैडमज् कह रहे हैं।
उन्होंने कहा कि उनकी ट्रांसजैंडर पहचान उन्हें मिली जिम्मेदारियों और दायित्व के रास्ते में कोई बाधा नहीं बनी है। प्रधान ने कहा कि कार्यकारी मैजिस्ट्रेट के समक्ष शपथपत्र में मैं पहले ही रितुपर्णा प्रधान बन चुकी हूं। मैंने अपना नाम और ङ्क्षलग बदलने के लिए संबंधित रिकॉर्ड पहले ही जमा कर दिया है।