विपक्षी दलों ने अडाणी मुद्दे पर ‘जवाब नहीं देने'' के लिए प्रधानमंत्री पर साधा निशाना

punjabkesari.in Wednesday, Feb 08, 2023 - 09:49 PM (IST)

नेशनल डेस्क : उद्योगपति गौतम अडाणी के कारोबारी समूह से जुड़े आरोपों का जवाब नहीं देने पर बुधवार को विपक्षी दलों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री पर अरबपति कारोबारी को बचाने का आरोप लगाया। विपक्षी दलों ने मोदी द्वारा यह कहे जाने के बाद कि उनके पास 140 करोड़ देशवासियों के आशीर्वाद का सुरक्षा कवच है जिसे कोई भेद नहीं सकता, यह हमला बोला। प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर लोकसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि देश की जनता नकारात्मकता स्वीकार नहीं कर सकती और उनके ऊपर लगाये गये ‘‘झूठे आरोपों'' पर कभी भरोसा नहीं करेगी।

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने संसद में प्रधानमंत्री के जवाब को ध्यान भटकाने वाला बताया और कहा कि प्रधानमंत्री ने अपने ‘‘पसंदीदा कारोबारी'' के साथ ‘‘संबंधों'' पर एक शब्द भी नहीं कहा। लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेता सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा कि प्रधानमंत्री को स्पष्ट रूप से भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) और भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के जमाकर्ताओं को आश्वस्त करते हुए बयान देना चाहिए कि उनका पैसा सुरक्षित हाथों में है।

बंदोपाध्याय ने मोदी के संबोधन के बाद संसद के बाहर संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह एक सच्चाई है कि उनसे (एलआईसी और एसबीआई से) पैसा अडाणी को गया है और लोग प्रधानमंत्री से आश्वासन पाने के लिए जवाब का इंतजार कर रहे थे, लेकिन दुख की बात है कि यह नहीं आया।'' अडाणी-हिंडनबर्ग मुद्दे का जिक्र करते हुए, शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) की नेता हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि ‘‘गंभीर मुद्दे'' को सरकार द्वारा संबोधित नहीं किया गया। उन्होंने कहा, ‘‘यह बहुत स्पष्ट है कि लोगों और सदन के प्रत्येक सदस्य के दिमाग में क्या है, लेकिन इसे संबोधित नहीं किया गया।''

उन्होंने कहा, ‘‘कुछ मुद्दे उठाए गए थे और राष्ट्र जवाब का हकदार है। यह लोगों का पैसा है जो इसमें शामिल है और हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि लोगों को उठ रहे सवालों के जवाब मिले।'' कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि लोकसभा में प्रधानमंत्री ने जो वक्तव्य दिया उसमें सच्चाई नहीं थी और वह उद्योगपति गौतम अडाणी का बचाव कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘भाषण में सच्चाई नहीं थी। अगर (अडाणी) मित्र नहीं हैं तो यह कह देते कि जांच होगी। शेल कंपनियां और बेनामी संपत्तियां राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा विषय हैं।

भारत के बुनियादी ढांचे से जुड़ा विषय हैं। ये बहुत बड़ा घपला है। इस बारे में प्रधानमंत्री ने कुछ नहीं कहा।'' उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘प्रधानमंत्री उनका (अडाणी) बचाव कर रहे हैं। मैं समझता हूं। इसका कारण है।'' यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें अपने सवालों का जवाब मिल गया, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा, ‘‘मुझे अपने सवालों का प्रधानमंत्री से कोई जवाब नहीं मिला।'' उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री हैरान थे। उनके पास कोई जवाब नहीं था। मैंने कोई जटिल सवाल नहीं पूछा। मैंने केवल यह पूछा कि वह (अडाणी) कितनी बार आपके साथ (विदेश) गए हैं।

कितनी बार वह आपसे मिलते हैं। मैंने साधारण सवाल किए लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।'' गांधी से जब पूछा गया कि क्या वह प्रधानमंत्री के जवाब से संतुष्ट हैं, तो उन्होंने कहा, ‘‘मैं संतुष्ट नहीं हूं, लेकिन इससे सच्चाई का पता चलता है।'' कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया, ‘‘ध्यान भटकाओ, बदनाम करो, इनकार करो। यही प्रधानमंत्री की शैली है जो संसद में उनके तथाकथित जवाब में नजर आई। उन्होंने अपने पसंददीदा कारोबारी अडाणी और उनके घोटालों के बारे में एक शब्द भी नहीं बोला।''

राज्यसभा में समाजवादी पार्टी (सपा) की सदस्य जया बच्चन और लोकसभा में मोदी की तस्वीरें साझा करते हुए रमेश ने ट्वीट किया, ‘‘आज शाम सवा पांच बजे। राज्यसभा में बेलाग-लपेट बोलने वालीं भारत की सबसे प्रसिद्ध अभिनेत्री में से एक। बाईं ओर भारत के सबसे मशहूर अभिनेता लोकसभा में बोलते हुए।'' कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने कहा कि प्रधानमंत्री ने अच्छा भाषण दिया लेकिन विपक्ष के एक भी सवाल का जवाब नहीं दिया। विपक्षी दल अडाणी की कंपनियों के खिलाफ हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा लगाए गए आरोपों की एक संयुक्त संसदीय समिति से या उच्चतम न्यायालय की निगरानी में जांच की मांग कर रहे हैं। अडाणी समूह ने हिंडनबर्ग के आरोपों को खारिज कर दिया है।


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News Editor

Parveen Kumar

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