Operation Mahadev: कब, कहां और कैसे खत्म किए गए पहलगाम हमले के 3 आतंकी? पढ़िए ऑपरेशन महादेव की पूरी सटीक योजना
punjabkesari.in Tuesday, Jul 29, 2025 - 12:42 PM (IST)

नेशनल डेस्क : 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों को बड़ी बेरहमी से मारा गया था। इस घटना ने पूरे देश को झकझोर दिया था और लोगों में गुस्सा भर गया था। सरकार ने तभी कड़ा जवाब देने का संकेत दिया था। अब, चार महीने बाद भारत ने इस हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया है। सोमवार, 28 जुलाई को सुरक्षाबलों ने एक सटीक और गोपनीय अभियान – 'Operation Mahadev' को अंजाम दिया, जिसमें पहलगाम हमले में शामिल तीन आतंकियों को मार गिराया गया।
ऑपरेशन महादेव: पल-पल की जानकारी
सुरक्षा एजेंसियों को बीते कुछ दिनों से आतंकियों की गतिविधियों की जानकारी मिल रही थी। आखिरकार 28 जुलाई को आतंकियों की सटीक लोकेशन का पता चल गया और ऑपरेशन शुरू कर दिया गया।
रात 2:00 बजे – सुराग मिला
आतंकियों ने रात में T82 अल्ट्रासेट नामक एक सुरक्षित संचार डिवाइस का इस्तेमाल किया। यह डिवाइस बहुत ही एन्क्रिप्टेड और हाई-लेवल सिक्योरिटी सिस्टम वाला होता है। इसी डिवाइस से मिली लोकेशन के आधार पर पता चला कि आतंकी डाचिगाम के जंगलों में छिपे हैं।
सुबह 8:00 बजे – पहली नजर
सुरक्षाबलों ने आतंकियों की पक्की जानकारी पाने के लिए एक ड्रोन का इस्तेमाल किया। पहली बार आतंकी कैमरे में आए।
सुबह 9:30 बजे – सेना ने लिया मोर्चा
सेना की 'राष्ट्रीय राइफल्स' यूनिट और पैरा स्पेशल फोर्स के कमांडो डाचिगाम की महादेव पहाड़ी पर पहुंच गए।
सुबह 10:00 बजे – आतंकियों की पहचान
कमांडो टीम ने आतंकियों को पहली बार सामने से देखा और 30 मिनट में उनकी पूरी पहचान कर ली गई।
सुबह 11:00 बजे – फायरिंग शुरू
जैसे ही आतंकियों की पहचान कन्फर्म हुई, सुरक्षाबलों ने फायरिंग शुरू कर दी। पहले ही राउंड में तीनों आतंकियों को गोली लगी।
सुबह 11:45 बजे – एक आतंकी ने भागने की कोशिश की
घायल आतंकी भागने लगा, लेकिन सुरक्षाबलों ने उसे भी मौके पर ही मार गिराया।
दोपहर 12:30 बजे – सर्च ऑपरेशन
मुठभेड़ खत्म होने के बाद, आसपास के 2 किलोमीटर इलाके में तलाशी अभियान चलाया गया ताकि कोई और आतंकी वहां मौजूद न हो।
दोपहर 12:45 बजे – पहचान पूरी
तीनों आतंकियों की पहचान कर ली गई और उनकी तस्वीरें सुरक्षाबलों द्वारा रिकॉर्ड कर ली गईं।
सरकार और सेना की कड़ी कार्रवाई
इस ऑपरेशन से यह साफ हो गया है कि भारत अब आतंकवाद के खिलाफ कोई ढील नहीं बरतेगा। ऑपरेशन महादेव एक बड़ा संदेश है कि निर्दोष लोगों की जान लेने वालों को अब बख्शा नहीं जाएगा।