प्रदूषण के खिलाफ एक कदम- इस बार पटाखों को कहें ना, मनाएं 'ग्रीन दिवाली'

punjabkesari.in Tuesday, Nov 06, 2018 - 02:23 PM (IST)

नेशनल डेस्क: दिवाली से पहले ही प्रदूषण और खराब हवा ने दिल्ली का दम निकाल दिया है। दिल्लीवासियों के सुबह की शुरुआत ही खराब हवा के बीच हो रही है। सुप्रीम कोर्ट और केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने लोगों से इस दिवाली पर ग्रीन पटाखे फोड़ने को कहा है। पंजाब और हरियाणा में पराली जलाए जाने के कारण प्रदूषण का स्तर पहले से काफी बढ़ गया है। सरकार हवा की गुणवत्ता को सुधारने के लिए भरपूर प्रयास कर रही। हवा को साफ-सुथरा करने के लिए कृत्रिम बारिश कराने पर भी विचार किया जा रहा है। वहीं, इन प्रयासों के बीच हमारे भी कुछ फर्ज बनते हैं। इस बार अगर ग्रीन दिवाली मनाई जाए तो यह सिर्फ न केवल आपके लिए स्वस्थ दिवाली साबित होगी, बल्कि दूसरों को भी आप सुरक्षित रख सकते हैं।

ऐसे मनाएं ग्रीन दिवाली
पटाखों को कहें 'ना'

प्रदूषण की गंभीरता को देखते हुए पटाखे नहीं चलाने में ही समझदारी है। किसी और के लिए न सही, अपने लिए और अपनों के लिए इस बार पटाखों को ना कहें। अगर फिर भी पटाखे फोड़ने का मन हो तो ग्रीन पटाखे ही चलाएं, लेकिन वो भी कम मात्रा में, ताकि हवा में प्रदूषण और न घुले और आप सांस ले सकें। 

प्लास्टिक न करें यूज
दिवाली पर दोस्तों और रिश्तेदारों को गिफ्ट देने की एक पंरपरा चली आ रही है, जो अपनों के चेहरे पर खुशी ला देती है। इस बार गिफ्ट पैक करते समय प्लास्टिक रैपर की जगह कागज के ग्रीन फैब्रिक से बने रैपर का इस्तेमाल करें या फिर हो सके तो जूट के बने स्टाइलिश बैग्स में भी गिफ्ट दिया जा सकता है। प्लास्टिक से न सिर्फ पर्यावरण को नुकसान पहुंचता है, बल्कि इससे मिट्टी के उपजाऊपन पर भी बुरा असर पड़ता है। गिफ्ट रैपर को लोग कू़ड़े के डिब्बे में ही फेंकते हैं, इसलिए कागज से कोई नुकसान नहीं होगा और अगर आप जूट से बने बैग में गिफ्ट देते हैं तो यह लोगों के काम भी आ सकता है।

तेल या घी के दीपक जरूर जलाएं
देसी घी या सरसों के तेल के दीपक जलाने का जहां धार्मिक महत्व है, वहीं वैज्ञानिक लिहाज से भी इसके काफी फायदे हैं। दरअसल, घर में जब शुद्ध देशी घी या सरसों के तेल का दीपक जलाया जाता है तो उसके धुएं से घर में सात्विकता आती है। इससे घर में मौजूद कीटाणु भी खत्म होते हैं। आपको जानकार हैरानी होगी कि तेल के दीप का प्रभाव उसके बुझने के आधे घंटे बाद तक बना रहता है, जबकि घी का दीपक बुझने के चार घंटे बाद तक अपना प्रभाव बनाए रखता है। सबसे बड़ी बात इनके धुएं से प्रदूषण नहीं होता।

खाना बर्बाद न करें
दिवाली पर घर में मिठाइयों और न जाने कितने ही तरह के पकवानों की भरमार होती है। ऐसे में कई बार फ्रिज में कई चीजें पड़ी-पड़ी खराब होने लगती हैं और आखिर में उनको फेंकना पड़ता है। खाने को या मिठाई को फेंकने से अच्छा है कि इसे पहले ही कम मात्रा में घर पर बनाएं या फिर गरीब बच्चों को भी आप इसे बांट सकते हैं, क्योंकि ऐसे करने से किसी दूसरे की दिवाली को भी आप अच्छा बना सकते हैं।

पौधे गिफ्ट करें
आज की हाई सोसाइटी की वजह से हम बड़े और कीमती तोहफे देना पसंद करते हैं, लेकिन एक बार अगर अच्छी शुरुआत की जाए तो दूसरों के लिए मिसाल बन सकते हैं। इस बार दोस्तों को कोई कीमती तोहफा देने से अच्छा है कि मिट्टी के छोटे से गमले में क्यों न एक पौधा लगाकर अपनों को दिया जाए, जो कीमती नहीं, बेशकीमती होगा। ऐसे तोहफा आप जिसे भी देंगे, वह आपको हमेशा याद रखेगा।


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Seema Sharma

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