राजनीतिक लोगों की हत्या के मामलों की जांच के आदेश, उमर ने सुरक्षा वापसी पर उठाए सवाल
punjabkesari.in Monday, May 06, 2019 - 03:17 PM (IST)
श्रीनगर : दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में भाजपा नेता गुल मोहम्मद मीर की हत्या के बाद राज्य सरकार ने अब सख्त कार्रवाई करने का फैसला किया है। प्रदेश में बीते कुछ दिनों में हुई राजनीतिक हत्याओं के बाद राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने मुख्य सलाहकार बीवीआर सुब्रह्मण्यम को राजनीतिक कार्यकर्ताओं की हत्या के मामले की जांच कराने के आदेश दिए हैं। राज्यपाल ने हत्या की वारदात पर दुख जताते हुए अधिकारियों से इस मामले की जांच कराने के लिए कहा। बता दें कि हाल ही में जम्मू.कश्मीर में बीजेपी और संघ से जुड़े नेताओं के अलावा पीडीपी और नैशनल कॉन्फ्रेंस के राजनीतिक कार्यकर्ताओं की हत्या हुई थी और इन सभी पर गवर्नर ने जांच का आदेश दिया। वहीं गुल मोहम्मद की हत्या के बाद प्रदेश के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने सरकार द्वारा घाटी में तमाम लोगों से सुरक्षा वापस लेने के मुद्दे पर सवाल भी खड़े किए।
दरअसल, अनंतनाग में बीजेपी के नेता गुल मोहम्मद मीर की हत्या से कुछ वक्त पहले ही उन्हें दी गई सुरक्षा वापस ली गई थी। सुरक्षा वापसी के इस फैसले पर सवाल खड़े करते हुए उमर ने अपने ट्वीट में लिखा कि अभी कुछ वक्त पहले ही बीजेपी के नेता बता रहे थे कि कैसे जम्मू.कश्मीर में तमाम अपात्र लोगों की सुरक्षा वापस ली गई थी। मैंने उस वक्त ही इस फैसले पर लोगों को चेतावनी दी थी और कल गुल मोहम्मद की हत्या की घटना ने केवल उस बात को पुष्ट कर दियाए जिसका मुझे डर था। सुरक्षा वापसी का फैसला बेवकूफी भरा था और इसका हकीकत से कोई संबंध नहीं था। उमर ने यह बयान सरकार के उस फैसले पर दिया जिसके तहत घाटी में अलगाववादी नेताओं समेत सैकड़ों लोगों को दी गई सुरक्षा को वापस ले लिया गया था।
Questions need to be asked but they can’t be answered by the person who was responsible for the actual order to withdraw security. The security withdrawal had been opposed by state & central intelligence agencies so who overruled them & went ahead regardless?
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) May 5, 2019
एक अन्य ट्वीट में उमर ने लिखा, सवाल पूछे जाने चाहिए लेकिन उनका जवाब वह लोग नहीं दे सकेंगे जो कि सुरक्षा वापसी के फैसले के लिए सही तौर पर जिम्मेदार थे। सुरक्षा वापसी के फैसले का केंद्र और राज्य की खुफिया एजेंसियों ने विरोध किया था तो वह कौन लोग थे जिन्होंने इस आदेश को ओवररूल किया और इसके लिए कदम बढ़ाएघ्श् इससे पूर्व उमर ने गुल मोहम्मद की हत्या की वारदात की निंदा करते हुए पीड़ित परिवार के प्रति अपनी संवेदना जाहिर की। उमर के अलावा राज्य की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती ने भी बीजेपी नेता की हत्या पर अफसोस जाहिर करते हुए उन्हे श्रद्धांजलि दी।
बता दें कि 60 वर्षीय गुल मोहम्मद मीर की शनिवार रात अनंतनाग के वेरीनाग इलाके में स्थित उनके घर में हत्या कर दी गई थी। वारदात के दौरान अज्ञात आतंकियों ने मीर के घर में घुसकर उन्हें गोली मारी थी और फिर मौके से फरार हो गए थे। इस घटना में घायल मीर को तत्काल अस्पताल ले जाया गया थाए जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मीर की हत्या के बाद पीएम नरेंद्र मोदी समेत बीजेपी के तमाम नेताओं ने इस घटना की निंदा करते हुए उनके परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की थी।