उमर अबदुल्ला के बोल, J&K में लाएंगे अलग PM वाला सिस्टम
punjabkesari.in Monday, Apr 01, 2019 - 09:42 PM (IST)
श्रीनगरः नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकॉ) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने सोमवार को कहा कि उनकी पार्टी जम्मू कश्मीर के विशेष दर्जे पर किसी भी तरह के हमले को स्वीकार नहीं करेगी और ‘सदर-ए-रियासत’ और ‘वजीर-ए-आजम’ समेत राज्य के विलय की शर्तों की पुनर्बहाली की कोशिश करेगी।
उत्तरी कश्मीर के बांदीपोरा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जम्मू कश्मीर का भारत में विलय कुछ शर्तों के साथ हुआ था और अगर उनसे छेड़छाड़ हुई तो विलय की पूरी योजना ही सवालों के दायरे में आ जाएगी। उन्होंने कहा, ‘जम्मू-कश्मीर बाकि राज्यों की तरह नहीं है। बाकी राज्य हिंदुस्तान में मिल गए। हम भारत के दूसरे राज्यों से इतर कुछ शर्तों के साथ उनसे मिले थे। क्या भारत में किसी और राज्य का अपना झंडा और संविधान है? हमारा विलय भारत में कुछ शर्तों के साथ हुआ था।’’
#WATCH Omar Abdullah in Bandipora says, "Baaki riyasat bina shart ke desh mein mile, par humne kaha ki humari apni pehchan hogi, apna constitution hoga. Humne uss waqt apne 'Sadar-e-Riyasat' aur 'Wazir-e-Azam' bhi rakha tha, Inshallah usko bhi hum wapas le aayenge." pic.twitter.com/mPPoELKT8G
— ANI (@ANI) April 1, 2019
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि 70 साल बाद, राज्य के विशेष दर्जे का विरोध करने वाली शक्तियां शर्तों से पीछे हटने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने कहा, च्च्लेकिन हम अपने राज्य के दर्जे से छेड़छाड़ करने वाले किसी भी प्रयास का मुकाबला करेंगे। हम अपने विशेष दर्जे पर किसी और हमले की इजाजत नहीं देंगे। इसके विपरीत हम उसे फिर हासिल करने की कोशिश करेंगे जिसका उल्लंघन किया गया। हम अपने राज्य के लिये ‘सदर-ए-रियासत’ और प्रधानमंत्री पद फिर से हासिल करने के लिये प्रयास करेंगे।’’
अनुच्छेद 35ए के खिलाफ अमित शाह के कथित बयान की निंदा करते हुए अब्दुल्ला ने कहा कि जब तक उन्होंने विधानसभा में इसे नहीं उठाया था तब तक किसी को भी अनुच्छेद 35ए के बारे में पता नहीं था।