अॉफ द रिकार्डः अभिनंदन स्वदेश लौटे, मोदी के निशाने पर अब अजहर

punjabkesari.in Sunday, Mar 03, 2019 - 05:31 AM (IST)

नेशनल डेस्कः विंग कमांडर अभिनंदन सकुशल स्वदेश वापस लौट आए हैं। प्रधानमंत्री ने फैसला किया है कि पाकिस्तान पर अब बहुचरणीय हमला किया जाए ताकि इस बात को यकीनी बनाया जाए कि अजहर मसूद को गिरफ्तार कर उस पर मुकद्दमा चलाया जाए।
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अजहर मसूद ने पुलवामा में सी.आर.पी.एफ. के 40 जवानों की हत्या करने की जिम्मेदारी ले रखी है और पाकिस्तान ने कहा है कि वह देश में ही है और बीमारी के कारण अस्पताल में भर्ती है। मोदी ने पहले ही फ्रांस को इस बात के लिए राजी किया है कि वह संयुक्त राष्ट्र परिषद में एक प्रस्ताव पेश कर ब्रिटेन और अमरीका की मदद से अजहर मसूद को ‘वैश्विक आतंकवादी’ घोषित कराए।
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मोदी ने चीन को भी इस बात के लिए कहा है कि वह इस बार प्रस्ताव पर वीटो न करें। मोदी ने यह बात सुषमा स्वराज के माध्यम से चीनी नेतृत्व से कही। सुषमा स्वराज हाल ही में चीन गई हुई थीं। सुषमा ने कहा कि भारत सरकार चीन के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध चाहती है और उसने संघ परिवार के दबाव को अनदेखा किया जिसमें कहा गया कि चीनी वस्तुओं की उपेक्षा की जाए और हुवावेई पर पाबंदी लगाई जाए। चीनी कंपनी पर अमरीका पहले ही पाबंदी लगा चुका है।
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इस्लामिक देशों के संगठन (ओ.आई.सी.) ने पाकिस्तान की बायकाट की धमकी को नजरअंदाज करते हुए भारत को आमंत्रित करने का फैसला लिया। भारत फाइनैंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफ.ए.टी.एफ.) को इस बात के लिए राजी करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है कि वह पाकिस्तान को अपनी अगली बैठक में जून से ‘ग्रे लिस्ट’ में शामिल करे। पाकिस्तान पहले ही निगरान सूची में है। मोदी ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की तब तक पुलवामा हमले की संयुक्त जांच की पेशकश को रद्द कर दिया है जब तक अजहर को गिरफ्तार नहीं किया जाता और उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती।
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पुलवामा कांड की संयुक्त जांच की पेशकश इसलिए खारिज की गई क्योंकि भारत द्वारा पाकिस्तान जांचकत्र्ताओं को हमले के बाद पठानकोट हवाई अड्डे का निरीक्षण करने की अनुमति देने के बावजूद कोई परिणाम नहीं निकला था। भारत ने इस बात को स्पष्ट कर दिया है कि पुलवामा हमले के लिए जिम्मेदार लोगों और उनके संरक्षकों के खिलाफ खुफिया डोजियर पहले ही पाकिस्तान को सौंपे जा चुके हैं और इसकी दुनिया में शक्तिशाली देशों के साथ सांझेदारी की गई। यह चुनाव का समय है और भारत में सत्तारूढ़ सरकार अब इस अभियान को कमजोर नहीं होने देगी।


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Pardeep

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