ऑफ द रिकॉर्डः पुड्डुचेरी में एन.आर. कांग्रेस से हर हाल में ‘गठजोड़’ चाहती है भाजपा

punjabkesari.in Saturday, Mar 06, 2021 - 05:57 AM (IST)

नई दिल्लीः उत्तर भारत में अपने जलवे दिखाने वाली भारतीय जनता पार्टी को दक्षिण के राजनीतिक दलों ने तमिल राजनीति का मजा चखा दिया है। पुड््डुचेरी के रास्ते दक्षिणी राज्यों में घुसने की जी-तोड़ कोशिश में लगी भाजपा से इस केंद्रशासित प्रदेश की प्रमुख राजनीतिक पार्टी एन.आर. कांग्रेस गठजोड़ करने में हिचकिचा रही है। एन. रंगास्वामी के नेतृत्व वाली एन.आर. कांग्रेस ने पिछले महीने कांग्रेस-द्रमुक की नारायणसामी सरकार गिराने के लिए भाजपा से हाथ मिलाया था। 

पुड्डुचेरी में 6 अप्रैल को मतदान होगा तथा 19 मार्च को नामांकन खत्म होगा। उम्मीद की जा रही थी कि भाजपा और एन.आर. कांग्रेस मिलकर चुनाव लड़ेंगी जिससे भगवा पार्टी के लिए पुड्डुचेरी के द्वार खुल जाएंगे। भाजपा हाईकमान ने भी वीरवार रात्रि इस मुद्दे पर चर्चा की और अब पार्टी अध्यक्ष जे.पी. नड्डा राज्य के नेताओं से विचार-विमर्श करके इस संबंध में फैसला लेंगे। भाजपा से खुलकर हाथ मिलाने से एन.आर. कांग्रेस की हिचकिचाहट के पीछे बड़ा कारण यह है कि भाजपा एन.आर. कांग्रेस के साथ होने वाले महागठबंधन में अन्नाद्रमुक को भी शामिल करना चाहती है। 

रंगास्वामी का कहना है कि उनकी पार्टी के सदस्य भाजपा से हाथ मिलाने के पक्ष में नहीं हैं। इसके अलावा रंगास्वामी की नाराजगी इस बात को लेकर भी है कि भाजपा उन्हें मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित नहीं कर रही है। सूत्र बताते हैं कि भाजपा पुड्डुचेरी की 30 विधानसभा सीटों में से 18 पर चुनाव लडऩा चाहती है। भाजपा को जैसे ही यह हवा लगी कि रंगास्वामी अकेले चुनाव लड़ने की सोच रहे हैं तो उसने राज्य के अपने नेताओं के साथ मंथन किया। भाजपा ने तमिलनाडु में अन्नाद्रमुक से गठजोड़ को लेकर आ रही समस्याओं पर भी सोच-विचार किया। पुड्डुचेरी में सत्ता में आने के लिए भाजपा हर हाल में रंगास्वामी से गठजोड़ करना चाहती है और वह अन्नाद्रमुक को भी नहीं छोडऩा चाहती। 

स्थिति को देखते हुए भाजपा 18 की जगह 15 सीटों पर भी संतोष करने को तैयार है। भाजपा ने कर्नाटक के भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष निर्मल कुमार सुराना को पुड्डुचेरी का प्रभारी बनाया है जो इस समय वहां डेरा डाले हुए हैं। यदि रंगास्वामी भाजपा से हाथ नहीं मिलाते तो खुद उनकी किस्मत भी उनका साथ नहीं देगी। बहरहाल, स्थिति को अनुकूल बनाने के लिए भाजपा के प्रयास जारी हैं।  


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Content Writer

Pardeep

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