'भाई खिसको...' अब नहीं सुनना पड़ेगा, कंफर्म टिकट वालों को मिलेगी पूरी सीट, जानिए रेलवे का नया नियम
punjabkesari.in Monday, Jun 30, 2025 - 03:32 PM (IST)

नई दिल्ली: भारतीय रेलवे ने कंफर्म टिकट पर यात्रा करने वाले यात्रियों को राहत देने के लिए वेटिंग टिकट सिस्टम में बड़ा बदलाव किया है। अब ट्रेनों में वेटिंग टिकट की संख्या को सीमित कर दिया गया है ताकि कोच में फालतू भीड़ और प्राइवेसी की परेशानी न हो।
अब क्या बदला है?
16 जून 2025 से रेलवे ने नियम लागू कर दिया है कि हर कोच में केवल 25% सीटों के अनुसार ही वेटिंग टिकट जारी होंगे।
➤ पहले वेटिंग लिस्ट की संख्या बहुत ज्यादा होती थी –
➤ स्लीपर में 300–500 तक
➤ एसी कोच में 100–200 तक
➤ लेकिन इनमें से सिर्फ 25% यात्रियों के टिकट ही कंफर्म होते थे।
कंफर्म टिकट वालों को मिलेगा अपना अधिकार
➤ बहुत सारे वेटिंग टिकट यात्री ट्रेन में बिना कंफर्म हुए भी बैठ जाते थे।
➤ इससे कंफर्म टिकट रखने वालों को सीट साझा करने या जगह छोड़ने की नौबत आती थी।
➤ अब इस पर रोक लगेगी और कोच में केवल कंफर्म या आरएसी टिकट वाले ही बैठ सकेंगे।
कब से दिखेगा असर?
➤ चूंकि पहले से 60 दिन तक रिजर्वेशन लिया जा चुका है, इसलिए
➤ 15 अगस्त 2025 तक वेटिंग यात्री नजर आ सकते हैं।
➤लेकिन 16 अगस्त से स्थिति सुधरेगी, और ट्रेनें कम भीड़भाड़ वाली होंगी।
टिकट कंफर्म होने की संभावना ऐसे समझें
➤ एक सामान्य स्लीपर या थर्ड एसी कोच में 72 सीटें होती हैं।
➤ रोज़मर्रा की स्थिति में वेटिंग नंबर 17 से 18 तक के यात्रियों के कंफर्म होने की संभावना रहती है।
➤ एक लंबी दूरी की ट्रेन में लगभग 22–24 कोच होते हैं, जिसमें