Delhi lockdown! दिल्ली आने से पहले जान लें नए नियम, वरना लगेगा 20 हजार का जुर्माना

punjabkesari.in Thursday, Dec 18, 2025 - 08:38 AM (IST)

नेशनल डेस्क: देश की राजधानी दिल्ली एक बार फिर गंभीर वायु संकट के दौर से गुजर रही है। हवा में घुला ज़हर इस कदर बढ़ चुका है कि सामान्य सांस लेना भी चुनौती बन गया है। हालात की गंभीरता को देखते हुए दिल्ली सरकार ने GRAP का सबसे कठोर चरण स्टेज-IV लागू कर दिया है। इसके साथ ही गुरुवार से राजधानी में वाहनों की आवाजाही को लेकर बेहद सख्त प्रतिबंध लागू हो गए हैं। दिल्ली आने या यहां गाड़ी चलाने वालों के लिए नियम जानना अब मजबूरी है, क्योंकि उल्लंघन पर भारी जुर्माने से लेकर वाहन जब्ती तक की कार्रवाई हो सकती है।

दिल्ली में एंट्री पर कड़ा पहरा
GRAP-IV के तहत BS-VI से नीचे के सभी गैर-दिल्ली पंजीकृत निजी वाहनों की राजधानी में एंट्री पूरी तरह बंद कर दी गई है। ऐसे वाहनों को बॉर्डर से ही वापस भेजा जाएगा। दिल्ली में अब सिर्फ CNG, इलेक्ट्रिक (EV) और BS-VI मानक वाले वाहनों को ही प्रवेश की अनुमति होगी। साथ ही राजधानी में चलने वाले हर वाहन के लिए PUC प्रमाणपत्र अनिवार्य कर दिया गया है।

‘नो PUC, नो फ्यूल’ नियम सख्ती से लागू
सरकार ने “No PUC, No Fuel” नियम को पूरी ताकत से लागू कर दिया है। वैध प्रदूषण प्रमाण पत्र न होने पर पेट्रोल पंप से ईंधन नहीं मिलेगा। नियम तोड़ने पर 20 हजार रुपये तक का चालान कट सकता है। इसकी निगरानी के लिए दिल्ली के 126 चेकपॉइंट्स सक्रिय हैं और 537 से अधिक पुलिसकर्मी पेट्रोल पंपों पर तैनात किए गए हैं।

ट्रक, बस और मालवाहक वाहनों पर रोक
दिल्ली में सभी ट्रकों की एंट्री पर रोक लगा दी गई है। हालांकि दूध, पानी, फल-सब्जी, अनाज, दवाइयां, मेडिकल ऑक्सीजन, एम्बुलेंस, फायर सर्विस, एलपीजी और पेट्रोल-डीजल सप्लाई से जुड़े आवश्यक सेवा वाहनों को छूट दी गई है। इसके अलावा BS-IV और उससे नीचे के डीजल मीडियम व हेवी गुड्स वाहन, गैर-दिल्ली पंजीकृत LCV और BS-IV डीजल बसें भी प्रतिबंध के दायरे में रहेंगी।

बॉर्डर पर हाई-टेक निगरानी
दिल्ली के सभी सीमावर्ती इलाकों में ट्रैफिक पुलिस और परिवहन विभाग की टीमें तैनात हैं। ANPR कैमरों और मौके पर जांच के जरिए वाहनों की सख्त चेकिंग की जा रही है। नियम तोड़ने वालों को तुरंत डायवर्ट किया जाएगा या सीमा से वापस लौटा दिया जाएगा।

मेट्रो और पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बढ़ावा
निजी वाहनों की संख्या घटने की उम्मीद के बीच दिल्ली मेट्रो ने ट्रेनों की फ्रीक्वेंसी बढ़ा दी है, जरूरत पड़ने पर इसे और बढ़ाया जाएगा। सरकार इलेक्ट्रिक बसों की संख्या बढ़ाने और कार-पूलिंग ऐप शुरू करने की भी तैयारी कर रही है।

प्रदूषण से जंग के लिए अतिरिक्त कदम
राजधानी में सड़कों की सफाई के लिए मैकेनिकल रोड स्वीपर्स, पानी के छिड़काव और कूड़ा उठाने वाली आधुनिक मशीनें तैनात की गई हैं। साथ ही IIT मद्रास के सहयोग से स्मॉग-ईटिंग सतहों पर काम भी शुरू किया गया है, ताकि प्रदूषण को लंबे समय में नियंत्रित किया जा सके।


 


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Content Editor

Anu Malhotra

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