अब हिंदी के साथ दूसरी भाषाओं में भी पढ़ेंगे CBSE स्कूल के स्टूडेंट, बोर्ड ने जारी किया सर्कुलर, केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने दी बधाई

punjabkesari.in Saturday, Jul 22, 2023 - 07:23 PM (IST)

नेशनल डेस्कः केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने बहुभाषी शिक्षा को बढ़ावा देने के लिये अपने स्कूलों में वैकल्पिक माध्यम के तौर पर भारतीय भाषाओं का इस्तेमाल करने पर विचार करने को कहा। शिक्षा मंत्रालय और राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीआरटी) द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 के तहत कई भाषाओं में शिक्षा प्रदान करने के उपाय किए गए हैं, जिसके बाद सीबीएसई ने अपने स्कूलों को उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करने और उसे बहुभाषी शिक्षा के लिए उपयुक्त बनाने के लिये एक-दूसरे के साथ सहयोग करने को कहा। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सीबीएसई के इस कदम की सराहना करते हुए बधाई दी है।

क्या कहा गया है सर्कुलर में?
सीबीएसई के निदेशक डॉ. जोसफ इमानुवल की ओर से जारी सर्कुलर में सीबीएसई की ओर से बहुभाषा को शिक्षा माध्यम बनाने में आने वाली चुनौतियों और उनके निदान के लिए सरकार की ओर से किए जा रहे प्रयासों का भी जिक्र किया गया है। सर्कुलर में कहा गया है, बहुभाषावाद को शिक्षा का माध्यम बनाने के लिए कुछ चुनौतियां आ सकती हैं, लेकिन इनसे पार पाया जा सकता है। उपरोक्त चुनौतियों को देखते हुए भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने कई उपाय किए हैं। इसमें सबसे प्रमुख बाधा संबंधित भाषा में शिक्षकों की उपलब्धता, बहुभाषिक पाठ्यपुस्तकें, समय सीमा आदि का जिक्र किया गया है।

सर्कुलर में सीबीएसई ने बताया है कि इन चुनौतियों को कम करने के लिए शिक्षा मंत्रालय की ओर से एनसीईआरटी में दर्ज 22 भाषाओं के माध्यम से नई पाठ्य पुस्तकें तैयार करने के निर्देश दे दिया गया है। यह काम प्राथमिकता के आधार पर कराया जा रहा है, ताकि विद्यार्थियों को अनुसूची में दर्ज सभी 22 भाषाओं में पाठ्यपुस्तकें उपलब्ध कराई जा जा सकें। सर्कुलर में कहा गया है कि भारतीय भाषाओं के माध्यम से शिक्षा को जमीनी स्तर पर साकार करना उठाए गए प्रमुख कदमों में से एक है।

शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने की सराहना
सीबीएसई की ओर से जारी इस सर्कुलर की केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने सराहना की है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि अपने सभी विद्यालयों में बालवाटिका से कक्षा 12वीं तक भारतीय भाषाओं में शिक्षा का विकल्प उपलब्ध कराने के लिए सीबीएसई को बधाई देता हूं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) की परिकल्पना के अनुरूप यह विद्यालयों में भारतीय भाषा आधारित शिक्षा को बढ़ावा देगा। शिक्षा में बेहतर परिणाम की दिशा में यह एक अच्छी शुरुआत है।

 


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Content Writer

Yaspal

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