इंसान ही नहीं, जानवर भी करते हैं सुसाइड, जानिए कौन से जानवर उठाते हैं आत्मघाती कदम
punjabkesari.in Friday, Sep 13, 2024 - 03:19 PM (IST)
नेशनल डेस्क: सिर्फ इंसान ही नहीं जानवर भी आत्महत्या करते हैं। जी हां, वैज्ञानिक शोधों ने यह खुलासा किया है कि जानवर भी तनाव और परेशानी में अपने जीवन को खत्म करने के लिए आत्मघाती कदम उठाते हैं। यहां हम आपको ऐसे ही कुछ जानवरों के बारे में बताने जा रहे हैं जो आत्मघाती व्यवहार दिखाते हैं। दुख, परेशानी या अपने साथी के चले जाने के गम में जानवर अपने आपको खत्म करने के कई तरह के तरीके अपनाते हैं। जानिए....
कुत्ते
कुत्ते को अक्सर इंसान का सबसे अच्छा दोस्त कहा जाता है, लेकिन कई बार ये अपने मालिक के निधन या अत्यधिक तनाव के कारण आत्महत्या जैसे कदम उठा सकते हैं। अध्ययन के अनुसार, दुख और मानसिक पीड़ा से जूझ रहे कुत्ते खुद को नुकसान पहुंचाने, खरोंचने या आक्रामक व्यवहार दिखाने जैसे आत्मघाती संकेत दे सकते हैं।
चूहा
चूहे भी इस लिस्ट में शामिल हैं। अध्ययन के मुताबिक, जब चूहे अत्यधिक तनाव, बीमारी या अकेलेपन का सामना करते हैं, तो वे खुद को नुकसान पहुंचाते हैं। कभी-कभी चूहे अपनी पार्टनर की मौत के बाद खुद आत्मघाती कदम उठा लेते हैं।
सुअर
सुअर भी तनाव या दुख की स्थिति में आत्मघाती व्यवहार दिखा सकते हैं। अध्ययन के अनुसार, सुअर दीवार पर रगड़कर या खुद को चोट पहुंचाकर आत्महत्या कर सकते हैं जब वे अधिक अवसादित होते हैं।
काली बिल्लियां
अध्ययनों में यह भी पाया गया है कि काली बिल्लियां आत्मघाती कदम उठाने के लिए दूसरी बिल्लियों से संपर्क करती हैं। अवसाद की स्थिति में ये जानवर अपने जीवन को समाप्त कर सकती हैं।
मछलियां
मछलियां भी आत्मघाती कदम उठा सकती हैं, विशेषकर ताजे पानी में रहने वाली या सीमित जगह पर बंदी मछलियां। ऐसी मछलियां अपने जीवन को खत्म करने के लिए आत्मघाती व्यवहार दिखा सकती हैं।
व्हेल और डॉल्फिन
व्हेल और डॉल्फिन्स भी आत्महत्या के संकेत दिखा सकते हैं। डॉल्फिन्स, जो सामाजिक प्राणी होती हैं, तनाव या अवसाद के कारण खुद को तट पर फेंक सकती हैं या अपनी सांस को जानबूझकर रोक सकती हैं। व्हेल्स कभी-कभी समुद्र की गहराई में आत्महत्या के प्रयास कर सकती हैं, जैसे कि जब कुछ व्हेल्स एक साथ तट पर आती हैं और मर जाती हैं। इस प्रकार, आत्महत्या केवल इंसानों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि कई जानवर भी तनाव और अवसाद के कारण आत्मघाती कदम उठा सकते हैं। यह जानवरों के मानसिक स्वास्थ्य को समझने और उनकी देखभाल करने की ओर एक महत्वपूर्ण संकेत है।