पहलगाम टेरर अटैक को लेकर NIA का खुलासा, जांच के दौरान मिले कई अहम सुराग
punjabkesari.in Monday, May 05, 2025 - 11:14 AM (IST)

नेशनल डेस्क: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए 26 हिंदू पर्यटकों के दुखद नरसंहार के मामले में NIA ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। इस बर्बर हमले में शामिल आतंकवादियों को विशेष सैन्य प्रशिक्षण दिया गया था।
लश्कर कमांडरों से पूछताछ में सामने आए अहम सुराग-
NIA सूत्रों के अनुसार, जम्मू-कश्मीर की विभिन्न जेलों में बंद लश्कर-ए-तैयबा के कई कमांडरों से पूछताछ की गई। इस पूछताछ के दौरान जांच एजेंसियों को इस हमले से जुड़े कई महत्वपूर्ण सबूत मिले हैं।
पाकिस्तान की सीधी मदद और SSG कमांडो ट्रेनिंग-
जांच में यह साफ हुआ है कि जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकवादियों को पाकिस्तान लगातार और प्रत्यक्ष रूप से सहायता प्रदान कर रहा है। दूसरी हैरानी वाली बात सामने आई है कि इन आतंकवादियों ने पाकिस्तानी सेना के स्पेशल सर्विस ग्रुप (SSG) के कमांडो से स्पेशल ट्रेनिंग दी गई।
घाटी में मौजूद हैं प्रशिक्षित आतंकी कमांडर-
खुफिया सुरक्षा एजेंसी के सूत्रों के अनुसार, लगभग 15 से 20 ऐसे आतंकी कमांडर वर्तमान में घाटी में मौजूद हैं, जिन्होंने SSG कमांडो से टफ ट्रेनिंग ली है। ये प्रशिक्षित कमांडर पाकिस्तानी आतंकवादियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं और कश्मीर में सक्रिय विदेशी आतंकवादियों के छोटे-छोटे समूहों का नेतृत्व कर रहे हैं।
ISI और लश्कर का गठजोड़ उजागर
NIA की जांच में यह भी स्थापित हुआ है कि इस भयानक हमले के पीछे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) और आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का गहरा षड्यंत्र था। दोनों मिलकर इस क्षेत्र में आतंकवाद को बढ़ावा दे रहे हैं।
सुरक्षा एजेंसियों को नुकसान पहुंचाने का ISI का मकसद-
खुफिया सुरक्षा एजेंसी के सूत्रों ने यह भी बताया कि ISI का मुख्य उद्देश्य इस तरह के हमलों के माध्यम से जम्मू-कश्मीर में कार्यरत सुरक्षा एजेंसियों को अधिक से अधिक नुकसान पहुंचाना है, जिससे उनका मनोबल कमजोर हो सके।
अन्य हमलों में भी SSG कमांडो की भूमिका-
हाल के दिनों में गगनगीर गांदरबल (जिसमें 7 लोग मारे गए), बूटा पथरी (आर्मी के काफिले पर हमला, जिसमें दो जवान शहीद और दो पोर्टर मारे गए) और पहलगाम में हुए आतंकी हमले जैसी कई वारदातों में पाकिस्तानी सेना के स्पेशल सर्विस ग्रुप कमांडो की सीधी भूमिका सामने आई है। ये प्रशिक्षित आतंकी छोटे-छोटे समूहों में स्थानीय और विदेशी आतंकवादियों का नेतृत्व कर रहे हैं।
जांच में सामने आए अन्य महत्वपूर्ण तथ्य-
NIA की गहन जांच में यह भी पता चला है कि पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकवादियों को न केवल प्रशिक्षण दे रहा है, बल्कि उन्हें हथियार, वित्तीय सहायता और महत्वपूर्ण रणनीतिक जानकारी भी प्रदान कर रहा है। प्रशिक्षित आतंकी कमांडर न केवल इन हमलों की साजिश रच रहे हैं, बल्कि वे नए छोटे आतंकी समूहों को संगठित करने में भी सक्रिय रूप से शामिल हैं। इन सभी नापाक हरकतों का मुख्य उद्देश्य जम्मू-कश्मीर की घाटी में अस्थिरता फैलाना और यहां तैनात सुरक्षा बलों के मनोबल को तोड़ना है।