केरलः कोयंबटूर कार विस्फोट में NIA ने दायर की नई चार्जशीट, किए बड़े खुलासे
punjabkesari.in Friday, Jun 02, 2023 - 11:56 PM (IST)

नई दिल्लीः राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने पिछले साल अक्टूबर में हुए कोयम्बटूर कार बम विस्फोट मामले में शुक्रवार को पांच लोगों के खिलाफ नई चार्जशीट दायर की और कहा कि प्रमुख आरोपी इस आतंकवादी हमले को अंजाम देने के लिए कथित रूप से कट्टरपंथी आईएसआईएस विचाराधारा से प्रभावित था। एजेंसी ने इससे पहले मामले में अप्रैल में छह लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर किया था। मामला 23 अक्टूबर को तमिलनाडु के कोयम्बटूर में एक प्राचीन मंदिर के बाहर हुए विस्फोट से जुड़ा है। मंदिर के सामने एक कार में विस्फोट किया गया था।
एनआईए ने कहा कि कार को चलाने वाला मुख्य आरोपी जमेशा मुबीन विस्फोट में मारा गया था। एनआईए के बयान के अनुसार मुबीन कथित रूप से इस जघन्य आतंकवादी कृत्य को अंजाम देने की कट्टरपंथी आईएसआईएस सोच से प्रभावित था। गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत शुक्रवार को पांच लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर की गई जिनमें उमर फारुक, फिरोज खान, मोहम्मद तौफीक, शेख हिदायतुल्ला और सनोफर अली हैं।
मोहम्मद असरुतीन, मोहम्मद तलहा, फिरोज, मोहम्मद रियास, नवास और अफसार खान के खिलाफ 20 अप्रैल को दायर शिकायत के मामले में चार्जशीट दाखिल की गई था। एनआईए की जांच में सामने आया कि मुबीन ने मोहम्मद असरुतीन, उमर फारुक, शेख हिदायतुल्ला और सनोफर के साथ मिलकर कोयम्बटूर शहर में आतंकवादी हमलों को अंजाम देने की साजिश रची थी।
एनआईए ने कहा, ‘‘हमले से कुछ दिन पहले बनाये गये एक इकबालिया बयान वाले वीडियो में कहा गया था कि काफिरों से बदला लेने के लिए हमले की साजिश रची गई।'' उसने कहा कि असरुतीन और अफसार ने जामेशा मुबीन को विस्फोटकों को खरीदने, मिलाने में मदद की, वहीं तलहा ने अपराध में इस्तेमाल कार का बंदोबस्त किया था।
एजेंसी के मुताबिक तीन आरोपियों फिरोज, रियास और नवास ने आईईडी बनाने में इस्तेमाल ड्रम और गैस सिलेंडर समेत अनेक चीजें कार में रखवाने में मुबीन की मदद की थी। एनआईए का आरोप है कि तमिलनाडु के इरोड जिले में सत्यमंगलम के जंगल में साजिश रची गयी जहां उमर फारुक को हमले को अंजाम देने के लिए ‘आमिर' (कमांडर) चुना गया। एजेंसी ने कहा कि साजिश का बड़ा मकसद सामान्य प्रशासन, पुलिस और न्यायपालिका जैसी अनेक शाखाओं पर निशाना साधकर भारत सरकार के खिलाफ जंग छेड़ना था।