New Vice-President: बीजेपी बनाएगी अपना उपराष्ट्रपति? इस नाम पर लगा पूर्णविराम, राजनीतिक हलचल तेज

punjabkesari.in Thursday, Jul 24, 2025 - 11:11 AM (IST)

नेशनल डेस्क: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे के बाद से भारतीय राजनीति में हलचल मच गई है। राष्ट्रपति ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है, जिसके बाद देश का अगला उपराष्ट्रपति कौन होगा, इस पर गहन चर्चाएं शुरू हो गई हैं। बीजेपी, जो एनडीए का नेतृत्व करती है, ने धनखड़ के उत्तराधिकारी की तलाश शुरू कर दी है और इस बार वह काफी सोच-विचार कर अपना अगला दांव खेलने की तैयारी में है। लोकसभा और राज्यसभा दोनों में एनडीए के पास पर्याप्त बहुमत है, इसलिए मोदी सरकार के लिए अपना पसंदीदा उपराष्ट्रपति चुनना कोई बड़ी चुनौती नहीं होगी।

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बीजेपी का स्पष्ट रुख: पार्टी से ही होगा अगला उपराष्ट्रपति

सूत्रों की मानें तो बीजेपी इस बार उपराष्ट्रपति की कुर्सी किसी सहयोगी दल के नेता को सौंपने के बजाय अपनी पार्टी की विचारधारा से जुड़े एक मजबूत और विश्वसनीय व्यक्ति को बैठाना चाहती है। यह स्पष्ट संकेत है कि देश का अगला उपराष्ट्रपति बीजेपी का ही होगा। पार्टी ऐसे नेता को तरजीह देना चाहती है जो संगठन में लंबे समय से सक्रिय रहा हो या जिसके पास केंद्रीय मंत्री का अनुभव हो।

रामनाथ ठाकुर के नाम पर अटकलें बेबुनियाद

हाल ही में केंद्रीय मंत्री और जेडीयू के राज्यसभा सांसद रामनाथ ठाकुर के नाम को लेकर काफी कयास लगाए जा रहे थे। इसकी मुख्य वजह यह थी कि बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बुधवार को रामनाथ ठाकुर से मुलाकात की थी। रामनाथ ठाकुर बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर के बेटे हैं और अतिपिछड़ी जाति से आते हैं, जिससे उनके नाम की चर्चा ने और जोर पकड़ लिया था।

ये सभी अटकलें बेबुनियाद निकलीं। सूत्रों के अनुसार जेपी नड्डा और रामनाथ ठाकुर की मुलाकात पूरी तरह से औपचारिक थी और यह बिहार में 'राज्य औद्योगिक नीति' (एसआईआर) के मुद्दे पर हुई थी। उपराष्ट्रपति पद को लेकर इस मुलाकात में किसी तरह की कोई चर्चा नहीं हुई। बीजेपी ने इस मुद्दे पर जेडीयू नेतृत्व से भी कोई बात नहीं की है। जेपी नड्डा ने रामनाथ ठाकुर के अलावा अन्य सांसदों से भी मुलाकात की थी, जो सामान्य प्रक्रिया का हिस्सा था।

दमदार और निर्विवादित चेहरे की तलाश में है बीजेपी

जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद से बीजेपी उनके उत्तराधिकारी को लेकर गहन मंथन कर रही है। ऐसी अटकलें हैं कि किसी अनुभवी राज्यपाल, संगठन के मंझे हुए नेता या किसी मौजूदा केंद्रीय मंत्री को यह अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है। बीजेपी के पास ऐसे कई नेता हैं जो पार्टी कैडर से निकले हुए हैं और उनके पास मजबूत संगठनात्मक पकड़ है।

बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि पार्टी ऐसे व्यक्ति को चुनेगी जो एक दमदार व्यक्तित्व और निर्विवादित छवि वाला हो। उन्होंने संकेत दिया कि पार्टी किसी वरिष्ठ नेता को प्राथमिकता दे सकती है। यह स्पष्ट है कि बीजेपी इस बार उपराष्ट्रपति की कुर्सी पार्टी पृष्ठभूमि वाले नेता को ही सौंपना चाहती है।

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वेंकैया नायडू जैसे चेहरे की तलाश

जगदीप धनखड़ से पहले एम. वेंकैया नायडू उपराष्ट्रपति थे, जो बीजेपी के अध्यक्ष और प्रधानमंत्री मोदी की कैबिनेट में मंत्री रह चुके थे। उन्हें 2017 में उपराष्ट्रपति पद के लिए चुना गया था। बीजेपी एक बार फिर नायडू जैसे ही किसी अनुभवी और सर्वमान्य चेहरे की तलाश में है, जो पार्टी की नीतियों और विचारधारा को प्रभावी ढंग से आगे बढ़ा सके।

राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह

यह गौरतलब है कि जगदीप धनखड़ ने 2022 में देश के 14वें उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी और उनका कार्यकाल अगस्त 2027 तक था। उपराष्ट्रपति राज्यसभा के सभापति के तौर पर भी जिम्मेदारी संभालते हैं। अपने तीन साल के कार्यकाल में धनखड़ की राज्यसभा में विपक्षी दलों के साथ अक्सर तीखी बहस हुई, लेकिन कई बार उनके विवादास्पद मुद्दों पर दिए गए बयान सरकार के लिए भी असहज स्थिति पैदा कर देते थे।

संविधान में उपराष्ट्रपति की जगह किसी को कार्यभार सौंपे जाने की कोई व्यवस्था नहीं है। राज्यसभा के सभापति के पद की जिम्मेदारी के लिए उच्च सदन में उपसभापति पहले से ही मौजूद हैं। वर्तमान में यह जिम्मेदारी हरिवंश नारायण सिंह के पास है। ऐसे में बीजेपी विचार-विमर्श के बाद ही नए उपराष्ट्रपति का चुनाव करेगी।

 


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News Editor

Radhika

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