नीम करोली बाबा ने बताया क्यों हाथ में नहीं टिकता धन? इन 3 गलतियों से बचना है बेहद जरूरी

punjabkesari.in Monday, Dec 15, 2025 - 06:36 PM (IST)

नेशनल डेस्क : हनुमान जी के अवतार माने जाने वाले संत नीम करोली बाबा जीवन को बहुत सहज और गहराई से समझाने के लिए जाने जाते हैं। उनके अनुसार धन अपने आप में गलत नहीं है, बल्कि यह जीवन चलाने का एक साधन मात्र है। बाबा मानते थे कि धन का असली उद्देश्य केवल सुविधाएं जुटाना नहीं, बल्कि सेवा, परोपकार और सही कर्मों में उसका उपयोग करना होना चाहिए। जो लोग धन के इस मूल अर्थ को नहीं समझते, उनके पास पैसा टिकता नहीं है।

धन कमाने पर क्या कहते थे बाबा

नीम करोली बाबा ने कभी धन अर्जन को गलत नहीं बताया। उनका कहना था कि ईमानदारी, मेहनत और अच्छे कर्मों से कमाया गया धन ही सच्चा सुख देता है। ऐसा धन न सिर्फ व्यक्ति के जीवन को बेहतर बनाता है, बल्कि परिवार में भी शांति और स्थिरता लाता है। बाबा के अनुसार सही तरीके से कमाया गया धन लंबे समय तक साथ देता है।

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सुख और भोग के लालच से बचने की सीख

बाबा का मानना था कि जरूरत से ज्यादा सुख और भोग की चाह इंसान को गलत रास्ते पर ले जाती है। धीरे-धीरे यह चाह लोभ में बदल जाती है। यही लोभ व्यक्ति को कभी संतुष्ट नहीं होने देता और अंदर से गरीब बना देता है। संतोष के बिना कितना भी धन हो, मन खाली ही रहता है।

लोभ कैसे बनता है दुख का कारण

नीम करोली बाबा कहते थे कि लोभी व्यक्ति हमेशा डर और चिंता में जीता है। उसे धन खोने का भय सताता रहता है, जिसके कारण वह गलत फैसले लेने लगता है। यह डर और लालच उसकी समझ को कमजोर कर देता है और अंत में नुकसान का कारण बनता है।

बेईमानी के धन से नहीं मिलता सुख

बाबा के अनुसार गलत तरीकों से कमाया गया धन कभी शांति नहीं देता। ऐसा पैसा बीमारी, मानसिक तनाव और पारिवारिक कलह को जन्म देता है। भले ही यह धन कुछ समय के लिए दिखावे का कारण बने, लेकिन अंत में नुकसान ही पहुंचाता है।

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धन का सही और गलत उपयोग

नीम करोली बाबा मानते थे कि धन का गलत इस्तेमाल जीवन में दुख बढ़ाता है। अहंकार, दिखावा और गलत आदतों में खर्च किया गया पैसा जीवन को खोखला बना देता है। वहीं सेवा, दान और जरूरतमंदों की मदद में लगाया गया धन जीवन को सार्थक और संतुलित बनाता है।


 


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Content Editor

Mehak

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