NCERT ने लॉन्च किए ''स्वदेशी'' पर विशेष मॉड्यूल, अब छात्रों को सिखाया जाएगा आत्मनिर्भर भारत का मंत्र
punjabkesari.in Saturday, Oct 04, 2025 - 04:57 PM (IST)

नेशनल डेस्क : NCERT ने हाल ही में 'स्वदेशी' पर विशेष क्लासरूम मॉड्यूल लॉन्च किए हैं, जो छात्रों को भारत में आत्मनिर्भरता की अवधारणा से जोड़ते हैं। ये मॉड्यूल मध्य स्तर (मिडिल स्टेज) के लिए 'Swadeshi: Vocal for Local' और उच्च स्तर (सेकेंडरी स्टेज) के लिए 'Swadeshi: For a Self-Reliant India' के नाम से जारी किए गए हैं।
इन मॉड्यूल में 1905 में बंगाल में हुए विभाजन विरोध आंदोलन से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'आत्मनिर्भर भारत' अभियान तक का सफर बताया गया है। इस आंदोलन के दौरान भारतीयों को ब्रिटिश सामान का बहिष्कार करने और घरेलू विकल्प अपनाने की प्रेरणा दी गई थी। उदाहरण के तौर पर बंगाल केमिकल एंड फार्मास्युटिकल वर्क्स (1901, प्रफुल्ल चंद्र राय) और टाटा आयरन एंड स्टील कंपनी (1907, जमशेदजी टाटा) का जिक्र किया गया है।
मॉड्यूल में प्रधानमंत्री के इस साल स्वतंत्रता दिवस के संबोधन का भी हवाला है, जिसमें उन्होंने कहा कि 'आत्मनिर्भर भारत' ही विकसित भारत की नींव है। इसके अलावा उन्होंने हाल ही में राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता शिक्षकों से बातचीत में कहा कि जैसे शिक्षक छात्रों को होमवर्क देते हैं, अब वह चाहते हैं कि शिक्षक और छात्र मिलकर 'स्वदेशी' उत्पादों को बढ़ावा दें। यह कदम 'मेक इन इंडिया', 'स्टार्टअप इंडिया' और 'वोकल फॉर लोकल' जैसे सरकारी कार्यक्रमों से जुड़ा है।
विशेष रूप से, मॉड्यूल में बताया गया है कि 1905 में स्वदेशी आंदोलन ने ब्रिटिश शोषण के खिलाफ संघर्ष को मजबूत किया। 2025 में यह छात्रों को वैश्विक, तकनीक-आधारित दुनिया में आत्मनिर्भरता की दिशा में मार्गदर्शन करता है। मॉड्यूल में सेमीकंडक्टर, नवीकरणीय ऊर्जा, कृषि और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) जैसे क्षेत्रों में घरेलू उद्योग और अनुसंधान-आधारित नवाचार को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया है।
NCERT ने यह भी रेखांकित किया है कि आज का स्वदेशी सिर्फ इतिहास का हिस्सा नहीं बल्कि एक ढांचा है, जो भारत को वैश्विक अस्थिरताओं में मजबूत और अग्रणी अर्थव्यवस्था बनाने में मदद करता है। आधुनिक स्वदेशी में AI को भी केंद्र में रखा गया है, जिससे युवा वैज्ञानिक और तकनीकी क्षेत्रों में देश की प्रगति में योगदान दे सकें।