BJP New President: नड्डा के बाद BJP का नया अध्यक्ष कौन? BJP-RSS में घमासान, फैसला जल्द...
punjabkesari.in Friday, Mar 14, 2025 - 09:12 AM (IST)

नेशनल डेस्क: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के चयन को लेकर चर्चाएं जोरों पर हैं, लेकिन अब इसमें और देरी होने के संकेत मिल रहे हैं। पीएम नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के नेतृत्व में भाजपा के शीर्ष पदों पर फैसले लेना हमेशा से अप्रत्याशित रहा है, और इस बार भी स्थिति कुछ ऐसी ही नजर आ रही है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव में देरी क्यों?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, भाजपा के मौजूदा अध्यक्ष जेपी नड्डा को 21 से 23 मार्च के बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की एक अहम बैठक के लिए बुलाया गया है। यह बैठक बेंगलुरु के चन्ननहल्ली में होगी, जिसमें आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, महासचिव दत्तात्रेय होसबोले और भाजपा सहित अन्य संगठनों के शीर्ष नेता शामिल होंगे। माना जा रहा है कि इस बैठक में नड्डा के कार्यकाल को बढ़ाने पर विचार किया जा सकता है।
जेपी नड्डा को मिलेगा विस्तार?
सूत्रों के अनुसार, भाजपा और संघ के बीच नए अध्यक्ष को लेकर सहमति नहीं बन पा रही है। भाजपा चाहती है कि उसे एक ऐसा अध्यक्ष मिले, जो नड्डा की तरह संतुलित और कुशल प्रशासक हो, जबकि संघ संगठन के प्रति पूरी तरह समर्पित किसी नेता को इस पद पर देखना चाहता है। इस बीच, यह भी अटकलें हैं कि नड्डा का कार्यकाल 40 दिनों के लिए बढ़ाया जा सकता है, जिससे 20 अप्रैल 2025 से पहले नया अध्यक्ष मिलने की संभावना कम हो जाती है।
मार्च तक मिलेगा नया अध्यक्ष?
हालांकि, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने हाल ही में दावा किया था कि भाजपा को मार्च के मध्य तक नया राष्ट्रीय अध्यक्ष मिल जाएगा। उनके अनुसार, पार्टी की राज्य इकाइयों में चुनाव संपन्न होने के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होगा। लेकिन इसमें देरी इसलिए भी हो रही है क्योंकि 24 में से 12 राज्यों में अभी भी संगठनात्मक चुनाव बाकी हैं, जो पार्टी के संविधान के तहत राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के लिए आवश्यक हैं।
बिहार चुनाव से पहले नेतृत्व परिवर्तन होगा या नहीं?
भाजपा बिहार विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले नेतृत्व परिवर्तन करने को लेकर असमंजस में है। जेपी नड्डा बिहार से गहरा जुड़ाव रखते हैं और पार्टी के कुछ नेताओं का मानना है कि उन्हें चुनाव तक पद पर बनाए रखना रणनीतिक रूप से सही रहेगा। वहीं, कुछ अन्य नेताओं का कहना है कि पार्टी को जल्द ही नया अध्यक्ष चुन लेना चाहिए ताकि वह चुनावों से पहले अपनी भूमिका निभा सके।
फिलहाल, भाजपा के शीर्ष नेतृत्व के फैसले का इंतजार किया जा रहा है, लेकिन संकेत यही मिल रहे हैं कि पार्टी जल्दबाजी में कोई निर्णय नहीं लेना चाहती।