उदयपुर मर्डर केस में बड़ा खुलासा: 2 मौलवियों के साथ मीटिंग में बना था हत्या का प्लान, रियाज ने कहा था- मैं करूंगा हत्या

punjabkesari.in Monday, Jul 04, 2022 - 01:04 PM (IST)

नेशनल डेस्क: उदयपुर में टेलर कन्हैया लाल की बर्बर हत्या की साजिश 20 जून को उदयपुर कलैक्ट्रेट पर नूपुर शर्मा के खिलाफ हुए बड़े प्रदर्शन के बाद रची गई थी। यह खुलासा एन.आई.ए. के एक सीनियर अधिकारी ने किया है। अधिकारी ने बताया कि 20 जून को प्रदर्शन के बाद ही शहर के मुखर्जी चौक पर एक मीटिंग हुई थी।

जिसमें गौस मोहम्मद और रियाज अत्तारी के अलावा 2 मौलाना और 2 वकील शामिल थे। यहां गौस ने यह प्रस्ताव रखा कि मैं और रियाज कन्हैया लाल की हत्या करेंगे। उसी दिन यह तय हुआ कि रियाज अपनी टीम के साथ टेलर की दुकान की रेकी करेगा। इसके बाद रेकी की गई और 28 जून को तालिबानी तरीके से गला काटकर हत्या कर दी गई। ए.टी.एस. ने रेकी करने वालों में से आसिफ हुसैन और मोहसिन खान को पकड़ लिया है।

उदयपुर आतंकी हमले से पहले नूपुर शर्मा का समर्थन करने पर महाराष्ट्र में भी 21 जून को ऐसी ही बर्बर हत्या की गई थी। अमरावती निवासी कैमिस्ट उमेश प्रह्लाद राव कोल्हे (54) ने नूपुर के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था। रात को दुकान से लौटते समय उनकी गर्दन धारदार हथियार से काट दी गई। पुलिस ने मुख्य साजिशकत्र्ता इरफान को शनिवार को गिरफ्तार किया। इससे पहले मुदस्सर, शाहरुख पठान, अब्दुल तौफीक, शोएब, आतिब राशिद और यूसुफ की गिरफ्तारी हो चुकी थी। इसके अलावा गुजरात के धंधुका में विवादित पोस्ट करने पर किशन भरवाड़ को मार डाला गया था। दोनों जगह हत्या का तरीका उदयपुर जैसा है। ऐसे में एन.आई.ए. तीनों वारदातों के बीच लिंक की भी जांच कर रही है।

कफ्र्यू में 10 घंटे की ढील, आज 12 घंटे की होगी
 उदयपुर में कन्हैयालाल हत्याकांड के बाद उत्पन्न तनाव के बाद लगाए गए कफ्र्यू में प्रशासन ने रविवार को 10 घंटों की ढील दी। इस दौरान शांति रही तथा कहीं से कोई अप्रिय वारदात की सूचना नहीं मिली। 4 जुलाई को कफ्र्यू में 12 घंटे की छूट प्रदान की जाएगी। 


 


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Content Writer

Anil dev

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