राम बनाम हनुमान... BJP के हिंदुत्व का मुकाबला करने को तैयार KCR, जानें क्या है तेलंगाना की नई रणनीति

punjabkesari.in Tuesday, Jun 14, 2022 - 02:39 PM (IST)

नेशनल डेस्क: सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) ने भाजपा की आक्रामक प्रचार अभियान को देखते हुए अपनी राजनीतिक रणनीति का विस्तार करना शुरू कर दिया है। भाजपा द्वारा मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) पर मुस्लिम तुष्टीकरण का आरोप लगाने के बीच वह राष्ट्रीय राजनीति में अपने लिए एक बड़ी भूमिका तैयार करने में लगे हैं।

उनकी बेटी और निजामाबाद की विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) कविता कल्वकुंतला भी भाजपा की चुनौतियों का सामना डटकर कर रही हैं। भगवा पार्टी के खिलाफ अपने आक्रामक रुख के साथ वह हिंदु रीति-रिवाजों और राज्य की स्थानीय परंपराओं को खूबी निभा रही हैं। अपनी जनसभाओं में, उन्होंने अक्सर घोषणा की है कि टीआरएस 'जय श्री राम' का मुकाबला 'जय हनुमान' से करेगी और यह कि राज्य में हिंदुओं को विभाजित करने की अपनी योजना में भाजपा को सफल नहीं होने देगीं।

मुख्यमंत्री की बेटी का धार्मिक अभियान
इसी कड़ी में राज्य में एक लोकप्रिय फूल उत्सव बथुकम्मा को इस बार धूमधाम से मनाया गया। कविता ने इस फेस्टिवल को इंटरनैशनल लेवल से जोड़ा और एक प्रतिनिधिमंडल दुबई लेकर गईं। जहां पर 'जय हिंद, जय तेलंगाना और जय केसीआर' के नारों के बीच बुर्ज खलीफा पर समारोहों का आयोजन किया गया था। पिछले हफ्ते उन्हें निजामाबाद के लक्ष्मी नरसिम्हा स्वामी मंदिर में 'महा कुंभाभिषेक' करते हुए देखा गया था। उन्होंने सीएम के जन्मदिन पर तिरुमाला मंदिर की यात्रा की और हैदराबाद में चारमीनार के बगल में स्थित भाग्यलक्ष्मी मंदिर गईं। महाराष्ट्र के नासिक और यूपी के वाराणसी भी गईं। 'चिन्ना हनुमान जयंती' से 'पेद्दा हनुमान जयंती' तक 41 दिनों तक 'हनुमान चालीसा परायणम' करने का आह्वान किया।

मंदिरों का जीर्णोद्धार को प्राथमिकता
अपने पिता के राजनीतिक करियर में लकी माने जाने वाले मंदिरों के जीर्णोद्धार करने का जिम्मा भी कविता ने अपने ऊपर लिया। हाल ही में उनमें से एक में छह दिवसीय महायज्ञ भी करवाया है। पार्टी की ओर से मंदिर के उद्घाटन के प्रत्येक आमंत्रण में हाल ही में इस बात का विवरण दिया गया है कि हर रिवाज को 'अगम शास्त्र' (मंदिरों में अनुष्ठान) के अनुसार किया गया और राज्य भर के पुजारियों को महत्वपूर्ण अनुष्ठान चंदन अभिषेक, नरसिम्हा हवनम और विशाखवेश आराधना' करने के लिए बुलाया गया। पार्टी के एक नेता ने कहा कि कविता मुख्यमंत्री के प्लान को केवल आत्मविश्वास और सावधानी के साथ आगे बढ़ा और लागू कर रही हैं। विशेष रूप से भाजपा के आक्रामक अभियान के सामने हिंदू मतदाताओं के साथ पार्टी की छवि को नरम करने के काम में जुटी हैं।

भाजपा ने सीएम को कहा हैदराबाद का निजाम
पिछले कुछ महीनों में, बीजेपी ने केसीआर की कल्याणकारी नीतियों पर हमला किया है, उनके ऊपर मुसलमानों के पक्ष में भेदभावपूर्ण काम करने का आरोप लगाया। बीजेपी ने रमजान के दौरान मुसलमानों के लिए उनका भत्ता और उर्दू को बढ़ावा देने के लिए भी केसीआर पर हमला बोला हे। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पिछले महीने अपनी रैली में केसीआर को हैदराबाद का निजाम कहा था। पीएम ने पिछले हफ्ते हैदराबाद के भाजपा पार्षदों से मुलाकात की और अगले महीने हैदराबाद में अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक को लेकर चर्चा की।

राज्य के शासन पर हैं भाजपा की निगाहें
तेलंगाना में लगभग 14 प्रतिशत मुस्लिम हैं। 2023 में टीआरएस, कांग्रेस और भाजपा के बीच त्रिकोणीय मुकाबला हो सकता है। देखने के लिए तैयार है। भाजपा ने 2019 में चार लोकसभा सीटें जीतीं और बाद में दुब्बाका और हुजुराबाद में दो उपचुनावों में भी जीत हासिल की है। वोट शेयर में सुधार के बाद भाजपा ने हैदराबाद नगरपालिका चुनावों में भी वोट शेयर बढ़ाया है। अब भाजपा की निगाहें राज्य के शासन पर टिकी हैं।


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Content Writer

Anil dev

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