आखिर कौन हैं एकनाथ शिंदे, जिन्होंने महाराष्ट्र की राजनीति में मचा दी उथल-पुथल, हिला दी उद्धव ठाकरे की कुर्सी!

punjabkesari.in Tuesday, Jun 21, 2022 - 01:14 PM (IST)

नेशनल डेस्क: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एवं शिव सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने अपनी पार्टी के नेता एवं राज्य के शहरी विकास मंत्री एकनाथ शिंदे और 10 से अधिक विधायकों से सोमवार को विधान परिषद चुनावों के बाद से संपर्क नहीं होने के बाद मंगलवार को आवश्यक बैठक बुलाई है। विधान परिषद चुनाव में शिवसेना के कुछ विधायकों द्वारा क्रॉस वोटिंग के आरोपों के बीच यह घटनाक्रम सामने आया है।  एकनाथ शिंदे और विधायकों के फोन भी 'नॉटरिचएबल' बताए जा रहे हैं। एकनाथ शिंदे के इस कदम का असर ये है कि राज्य के गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटिल समेत कई मंत्रियों ने अपने कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं और राजधानी मुंबई पहुंच रहे हैं। आईए जानते हैं कौन हैं एकनाथ शिंदे जो 10 विधायकों के साथ लापता हो गए हैं। 

कौन हैं एकनाथ शिंदे
एकनाथ शिंदे उद्धव ठाकरे सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं, उनके पास शहरी विकास मंत्रालय है। वह कोपरी-पकपखड़ी विधानसभा सीट से पार्टी के विधायक भी हैं जोकि थाणे जिले के अंतर्गत आती है। महाराष्ट्र विधानसभा में चार बार चुनाव जीतकर एकनाथ शिंदे पहुंचे। वर्ष 2004, 2009, 2014 और 2019 में उन्होंने विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की है। एकनाथ शिंदे शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे से काफी प्रभावित थे। 2014 के विधानसभा चुनाव के बाद जब शिवसेना ने विपक्ष में बैठने का फैसला लिया था तो एकनाथ खड़से को विपक्ष का नेता बनाया गया था। इक महीने के बाद शिवसेना ने कांग्रेस और एनसीपी के साथ मिलकर सरकार बनाने का फैसला लिया।

गुजरात के सूरत में हैं‘लापता' विधायक शिंदे  
शिव सेना विधायकों के मुंबई से अचानक गायब होने कारण भारतीय जनता पार्टी ( भाजपा) के पक्ष में विधानसभा में क्रॉस वोटिंग को लेकर महाराष्ट्र में चल रही राजनीतिक उथल-पुथल माना जा रहा है। माना जाता है कि शिवसेना के ‘लापता' विधायक शिंदे के साथ गुजरात के सूरत में हैं, जो भाजपा शासित राज्य है। सूत्रों ने बताया कि शिंदे के सूरत में आज अपराह्न करीब दो बजे मीडिया को संबोधित करने की संभावना है। भाजपा ने एमएलसी चुनाव में पांच सीटें जीतीं, जिसमें शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को दो-दो सीटें मिलीं। वहीं संख्या कम होने के बावजूद भाजपा चुनाव में बड़ी जीत हासिल करने में सफल रही। महाराष्ट्र विधानसभा में भाजपा के 106 विधायक हैं, जबकि उनके उम्मीदवारों के लिए शेष वोट या तो निर्दलीय विधायकों से आए हैं, या छोटे दलों या अन्य दलों के हैं। श्री ठाकरे ने आज दोपहर पाटर्ी के सभी विधायकों की आवश्यक बैठक बुलाई है। 

महाराष्ट्र में राजनीतिक हलचल के बीच शाह ने की नड्डा से मुलाकात 
 शिवसेना के वरिष्ठ नेता एकनाथ शिंदे की कथित नाराजगी को लेकर महाराष्ट्र की राजनीति में पैदा हुई ताजा हलचल के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष जे पी नड्डा से मंगलवार को मुलाकात की। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, नड्डा के आवास पर दोनों नेताओं की यह मुलाकात हुई। दोनों नेताओं की यह मुलाकात ऐसे समय में हो रही है जब ऐसी खबरें सामने आईं कि महाराष्ट्र सरकार के मंत्री शिंदे मुंबई में नहीं हैं बल्कि कुछ विधायकों के साथ गुजरात के सूरत शहर के एक होटल में वह डेरा डाले हुए हैं। बाद में शिवसेना नेता संजय राउत ने मुंबई में पत्रकारों से कहा कि यह सच है कि विधान परिषद चुनाव के बाद सोमवार की रात कुछ विधायकों से संपर्क नहीं हो सका, लेकिन पार्टी अब उनमें से कुछ तक पहुंचने में सफल रही है। उन्होंने कहा, ‘‘एकनाथ शिंदे मुंबई में नहीं हैं, लेकिन उनके साथ संपर्क हो गया है।'' हालांकि, राउत ने शिंदे के साथ जाने वाले विधायकों की संख्या के बारे में विस्तार से नहीं बताया। 

भाजपा की ओर से महाराष्ट्र को मिला ये दूसरा झटका
राज्यसभा चुनाव के बाद, महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ गठबंधन महा विकास आघाड़ी (एमवीए) को भाजपा की ओर से महाराष्ट्र में मिला यह दूसरा बड़ा झटका है। एमवीए में शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (रांकापा) और कांग्रेस शामिल है। इससे पहले मुंबई में शिवसेना के एक नेता ने मंगलवार को कहा कि राज्य के मंत्री और शिवसेना के वरिष्ठ नेता एकनाथ शिंदे से संपर्क नहीं हो पा रहा है। उन्होंने कहा कि शिंदे कुछ विधायकों के साथ गुजरात में हो सकते हैं। नेता ने उन विधायकों की संख्या और उनके विवरण का खुलासा नहीं किया जो शिंदे के साथ हो सकते हैं। शिंदे का मुंबई के कुछ उपनगरों में प्रभाव है। नेता ने कहा, ‘‘वह (शिंदे) सोमवार को विधानसभा परिसर में शिवसेना कार्यालय में थे, जब मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे वहां मौजूद थे। लेकिन उसके बाद उनके बारे में किसी को पता नहीं है। वह मतगणना (विधान परिषद चुनावों के लिए) के दौरान मौजूद नहीं थे।'' 


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Content Writer

Anil dev

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