भारत विरोधी गतिविधियां करने वाले कनाडा व अन्य देशों के नागरिकों के वीजा, ओ.सी.आई. कार्ड रद्द

punjabkesari.in Friday, Oct 29, 2021 - 12:26 PM (IST)

नई दिल्ली: भारत-विरोधी गतिविधियों में शामिल कनाडा और अन्य देशों में रह रहे कुछ भारतीय मूल के नागरिकों के लंबी अवधि के वीजा और ओ.सी.आई. कार्ड रद्द किए गए हैं। एक मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि किसान प्रदर्शन की आड़ में जो भारत-विरोधी गतिविधियों में शामिल हैं, उन लोगों के खिलाफ यह कार्रवाई की गई है। जानकारी साझा करने वाले अधिकारी ने रद्द वीजा और ओ.सी.आई कार्ड की कुल संख्या नहीं बताई है। इसके अलावा कनाडा सरकार ने देश में पंजाबी छात्रों के आपराधिक गतिविधियों को लेकर भी चिंता जताई है। सरकार ने उन सभी छात्रों को भारत वापिस भेजने का फैसला लिया है जो शराब अपराधों को अंजाम देते हैं। इसी कड़ी में कनाडा सरकार ने मारपीट में शामिल सात छात्रों को डिपोर्ट कर वापिस भारत भेज दिया है।

भारत विरोधी प्रदर्शन करने वालों पर भी नजर
रिपोर्ट में कहा गया है कि  विभिन्न भारतीय दूतावास ऐसे भारतीय मूल के नागरिकों पर नजर बनाए हुए हैं, साथ ही ऐसे भारतीय छात्रों पर नजर रखे हुए हैं जो दूसरे देशों में भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल हो रहे हैं। एक उच्च सूत्र ने कहा कि दूसरे देशों में पढ़ रहे भारतीय छात्र, जो भारत विरोधी गतिविधियों में और भारतीय दूतावास के परिसर के बाहर ऐसे भारत विरोधी प्रदर्शन में शामिल होते हैं, उनपर भारतीय मिशन की नजर है। सूत्रों ने कहा है कि कुछ दर्जन ऐसे लोगों की पहचान भी की जा चुकी है और उन्हें ब्लैकलिस्ट किया गया है। अगर वह भारत यात्रा की कोशिश करते हैं, तो उन्हें वहां से वापस उनके देश भेज दिया जाएगा।

भारत और कनाडा के  द्विपक्षीय संबंधों पर चिंता
पिछले साल दिसंबर में भारत ने किसानों के विरोध प्रदर्शन पर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और अन्य कनाडा के नेताओं की टिप्पणी को लेकर कनाडा के उच्चायुक्त नादिर पटेल को तलब किया था। भारत ने कहा था कि किसानों के मुद्दों पर कनाडा के नेताओं की टिप्पणी देश के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप है, जो भारत को मंजूर नहीं है। भारत के विदेश मंत्रालय ने कहा था कि अगर यह जारी रहा तो इससे दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों को गंभीर रूप से क्षति पहुंचेगी। उधर ट्रूडो सरकार ने उन छात्रों पर भी नकेल कसनी शुरू कर दी है जो शराब पीकर मारपीट करते हैं। ऐसे छात्रों को सरकार भारत वापस भेज रही है। सरकार का कहना है कि पंजाब से पढ़ने आए छात्रों के कारण देश में कानून व्यव्स्था बिगड़ रही है जो एक गंभाीर विषय है।

कनाडा में पंजाबियों के संगठित अपराध का भंडाफोड़, ट्रक और माल की  कर रहे थे चोरी
कनाडा के वाणिज्यिक ऑटो अपराध ब्यूरो के अधिकारियों ने पूरे दक्षिणी ओंटारियो में कई न्यायालयों में ट्रैक्टर, ट्रेलर और लोड चोरी के लिए जिम्मेदार एक समूह का पर्दाफाश किया है। अप्रैल 2021 में शुरू हुई एक लंबी जांच के बाद जांचकर्ताओं ने पील क्षेत्र, ग्रेटर टोरंटो और आसपास के अन्य शहरों में संचालित एक संगठित अपराध समूह पर ध्यान केंद्रित करने की मुहिम शुरू की थी। इसी के तहत ब्रैम्पटन के 39 वर्षीय धारवंत गिल, ब्रैम्पटन के 25 वर्षीय रवनीत बराड़ और ब्रैम्पटन के 23 वर्षीय देवेश पाल को आरोपित कर गिरफ्तार किया गया है। संदिग्ध लोग ट्रैक्टर और खाली कार्गो ट्रेलरों की चोरी करते थे और फिर लॉजिस्टिक कंपनियों, फ्रेट फारवर्डर्स और विभिन्न अन्य वाणिज्यिक संपत्तियों की चोरी करते थे जहां विभिन्न कार्गो के लोडेड ट्रेलर होते थे। संदिग्धों ने चोरी की संपत्ति को तब तक छुपाने के लिए ग्रेटर टोरंटो क्षेत्र में भंडारण सुविधाओं का इस्तेमाल किया जब तक कि इसे खरीदारों को बेचा नहीं जा सका। 27 अक्टूबर को संगठित अपराध समूह के तीन संदिग्धों को उनके आवासों पर तलाशी वारंट के बाद गिरफ्तार किया गया। लगभग 4 मिलियन डॉलर मूल्य के 20 चोरी किए गए कार्गो लोड, ट्रैक्टर और ट्रेलर बरामद किए गए। इक्विट एसोसिएशन के साथ साझेदारी के परिणामस्वरूप चोरी के कई सामान उनके मालिकों को सफलतापूर्वक वापस कर दिए गए।
 


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Content Writer

Anil dev

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