कैसे आती है मौत! क्या मरने से पहले दिखता है कोई यमराज? शोधकर्ताओं ने किया चौंकाने वाला खुलासा
punjabkesari.in Sunday, Oct 05, 2025 - 12:50 PM (IST)

नेशनल डेस्क। जब किसी प्रियजन की मृत्यु होती है तो शोक के साथ ही मन में यह सवाल उठता है कि आखिर मरने के बाद क्या होता है? क्या वास्तव में यमराज आते हैं? क्या आत्मा शरीर से निकलकर धरती पर भटकती है? हर धर्म और संस्कृति में मृत्यु और उसके बाद के जीवन को लेकर अपनी-अपनी मान्यताएं हैं लेकिन विज्ञान इस रहस्य को सुलझाने के लिए शरीर के अंदर खासकर दिमाग में होने वाली प्रक्रियाओं की जांच कर रहा है।
गरुड़ पुराण की मान्यता: यमराज और 13 दिन की यात्रा
भारत की प्राचीन धार्मिक और पौराणिक मान्यताओं के अनुसार मृत्यु केवल शरीर का अंत है आत्मा अमर है। गरुड़ पुराण जैसी धार्मिक किताबों के अनुसार जब कोई व्यक्ति अंतिम सांसें ले रहा होता है तो यमराज के दूत आत्मा को शरीर से निकालकर ले जाते हैं। कथित रूप से आत्मा को तुरंत यमलोक नहीं ले जाया जाता। 24 घंटे बाद यमराज आत्मा को फिर से पृथ्वी पर लाते हैं ताकि वह अपने कर्मों को एक बार और देख सके।
इन 24 घंटों में आत्मा अपने घर और आस-पास घूमती है। इसी समय को पिंडदान और श्राद्ध के लिए बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इसके बाद आत्मा यमलोक की यात्रा पर निकलती है जो 13 दिनों तक चलती है। इसी यात्रा के दौरान उसके कर्मों के अनुसार उसका अगला जीवन तय होता है।
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साइंस का दावा: दिमाग में होती है 'तेज एक्टिविटी'
विज्ञान के दृष्टिकोण से मृत्यु की प्रक्रिया शारीरिक है। इसे क्लिनिकल डेथ कहा जाता है। जब किसी इंसान की मृत्यु होती है तो सबसे पहले उसका दिल धड़कना बंद कर देता है, सांसें रुक जाती हैं और कुछ ही मिनटों में दिमाग काम करना बंद कर देता है।
हालांकि हाल ही में 2013 और 2015 में हुई कुछ वैज्ञानिक रिसर्च ने इस सोच को चुनौती दी है। इन शोधों से पता चला कि जब दिल काम करना बंद करता है तब भी दिमाग कुछ समय तक एक्टिव रहता है। कुछ मामलों में दिमाग के विजुअल कॉर्टेक्स यानी देखने वाले हिस्से में बहुत तेज एक्टिविटी देखी गई।
वैज्ञानिक यह अनुमान लगाते हैं कि जो लोग मौत के मुहाने से वापस लौटते हैं और वे तेज रोशनी पूरी जिंदगी की झलक या शरीर से आत्मा बाहर निकलने जैसी घटनाओं का ज़िक्र करते हैं वह असल में दिमाग के अंदर हो रही उस तेज एक्टिविटी का नतीजा हो सकता है जो चेतना खत्म होने से ठीक पहले होती है।