मुर्शिदाबाद हिंसा: विश्व हिंदू परिषद ने देशभर में किया प्रदर्शन, बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग
punjabkesari.in Saturday, Apr 19, 2025 - 11:36 PM (IST)

नेशनल डेस्कः विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने वक्फ कानून में संशोधन को लेकर पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में हुई सांप्रदायिक हिंसा के खिलाफ शनिवार को देश के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शन किया और राज्य में तत्काल राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की। मुर्शिदाबाद, दिल्ली, नोएडा और नागपुर सहित अन्य स्थानों पर प्रदर्शन किये गए, जिसमें विहिप सदस्यों ने पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो जाने का आरोप लगाया। बंगाल में, पिछले सप्ताह हुई झड़पों में कम से कम तीन लोगों की जान चली गई थी।
दिल्ली के नांगलोई चौक पर, विहिप के महासचिव बजरंग बागड़ा ने पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा की निंदा करते हुए प्रदर्शन की अगुवाई की। नोएडा में, विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल के नेतृत्व में पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस सरकार के खिलाफ रैली निकाली गई। बंसल ने मीडिया से कहा, ‘‘पंजाब को छोड़कर, देश भर में कई स्थानों पर विरोध प्रदर्शन किए गए क्योंकि तृणमूल कांग्रेस बांग्लादेशी-रोहिंग्या घुसपैठियों के साथ मिलकर हिंदुओं का उत्पीड़न और दमन कर रही है।''
उन्होंने कहा, ‘‘मुर्शिदाबाद में हुई हिंसा की हालिया घटना तृणमूल के शासन में बंगाल में (हिंदुओं पर) जारी अत्याचार का एक ‘वीभत्स रूप' है।'' बंसल ने कहा, ‘‘बांग्लादेश में आरक्षण के खिलाफ शुरू हुआ प्रदर्शन अंततः हिंदुओं के खिलाफ हिंसक हो गया। लेकिन हम अपने देश में ऐसी बांग्लादेशी मानसिकता को बर्दाश्त नहीं करेंगे।''
उन्होंने कहा कि विहिप पश्चिम बंगाल में तत्काल राष्ट्रपति शासन लागू करने, राज्य की सीमाओं पर बाड़ लगाने, मुर्शिदाबाद में हिंसा पीड़ितों को पर्याप्त मुआवजा देने तथा बंगाल में हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग करता है। बंसल ने कहा, ‘‘हम यह भी मांग करते हैं कि अधिकारी पश्चिम बंगाल में बांग्लादेशी-रोहिंग्या घुसपैठियों की पहचान करें और उन्हें (देश से) बाहर खदेड़ें। मुर्शिदाबाद में हिंसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।''
उन्होंने कहा कि विहिप सोमवार को दिल्ली और पंजाब में भी इसी तरह के विरोध प्रदर्शन करेगी। बंसल ने ‘पीटीआई-वीडियो' से बात करते हुए दावा किया कि मुर्शिदाबाद में हिंदुओं को अपने घर-बार छोड़कर भागने के लिए मजबूर किया जा रहा है, जहां एक पिता-पुत्र की बेरहमी से हत्या कर दी गई क्योंकि उन्होंने मूर्तियां बनाई थीं। उन्होंने कहा, ‘‘हमें आश्चर्य है कि हिंदुओं के खिलाफ इतनी नफरत कहां से आती है। वहां की मुख्यमंत्री बैठकों के लिए जिहादी ताकतों को आमंत्रित करती हैं, लेकिन हिंदुओं के खिलाफ अत्याचारों पर एक शब्द भी नहीं बोलती हैं। वक्फ के नाम पर हिंदुओं को जिस तरह से निशाना बनाया जा रहा है, हम उसकी निंदा करते हैं।''
मुर्शिदाबाद में भी इसी तरह का विरोध प्रदर्शन किया गया, जिसमें पिछले सप्ताह जिले में हुई हिंसा की निंदा की गई। विरोध प्रदर्शन में शामिल एक विहिप नेता ने कहा, ‘‘हम राष्ट्रपति को पत्र लिखने जा रहे हैं, जिसमें उनसे बंगाल में व्याप्त स्थिति में हस्तक्षेप करने का अनुरोध किया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘‘मुर्शिदाबाद में करीब 500 परिवार अपना घर-बार छोड़कर मालदा के एक स्कूल में शरण लेने को मजबूर हुए हैं। हम इस मामले की एनआईए जांच और पश्चिम बंगाल में तत्काल राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग करते हैं।'' विहिप ने मुर्शिदाबाद हिंसा की निंदा करते हुए महाराष्ट्र के नागपुर में भी प्रदर्शन किया और पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की।