मुंबई हमले पर अमेरिका-भारत के कड़े तेवर, बढ़ सकती हैं पाक की मुश्किल
punjabkesari.in Tuesday, Nov 27, 2018 - 10:44 AM (IST)
इंटरनेशनल डैस्कः 26 नवंबर, 2008 में मुंबई में हुए आतंकी हमले के दोषियों को अभी तक बचाने वाले पाकिस्तान की मुश्किलें अब बढ़ सकती हैं। 26 11 हमले की 10वीं वर्षगांठ पर पाकिस्तान के स्तर पर दोषियों को सजा देने में की जाने वाली आनाकानी पर भारत और अमेरिका के कड़े तेवर दिखाना इन दोनो देशों के बीच एक सोची समझी रणनीति का हिस्सा है।
इस मामले पर अमेरिका के विदेश सचिव पोम्पिओ व विदेश मंत्री स्वराज ने एक स्वर में दी चेतावनी दी है। भारत व अमेरिका ने संकेत दिए हैं कि वे लश्करे-तैयबा व इसके जैसे दूसरे आतंकी संगठनों पर लगाम लगाने में असफल रहे पाकिस्तान पर संयुक्त राष्ट्र के जरिए नकेल कसने का कदम उठा सकते हैं। इस बारे में दोनो देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के बीच इस बारे में लगातार विमर्श का दौर चल रहा है। सोमवार को अमेरिका के विदेश सचिव माइकल पोम्पिओ ने ट्विट कर मुंबई हमले के दोषियों को अभी तक सजा नहीं मिलने पर पाकिस्तान की मंशा पर सीधे तौर पर सवाल उठा दिया।
उन्होंने कहा कि अमेरिका मुंबई हमले में मारे गए छह अमेरिकी नागरिकों समेत अन्य मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना जताता है। दस वर्ष बाद भी जिन लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया था उन्हें सजा नहीं मिल पाई है। उन्होंने इस घटना के साजिशकर्ता लश्करे-तैयबा समेत अन्य आतंकी संगठनों पर संयुक्त राष्ट्र की तरफ से जारी आदेश के तहत लगाम लगाने में असफल रहे सभी देशों, खास तौर पर पाकिस्तान का नाम ले कर कहा है कि वह उपयुक्त कदम उठाएं।
इसके साथ ही विदेश सचिव पोम्पिओ ने मुंबई हमले की साजिश रचने वाले या उसे अंजाम देने वालों के बारे में अतिरिक्त सूचना देने या उन्हें गिरफ्तार करवाने वालों को 50 लाख डॉलर की राशि के ईनाम की घोषणा की है। मुंबई हमले की बरसी पर पहली बार अमेरिका की तरफ से इतने सख्त शब्दों और खास तौर पर पाकिस्तान का नाम लेते हुए इस तरह के बयान जारी किए गए हैं। उन्होंने यह भी कहा है कि अमेरिका दोषियों को सजा दिलाने के लिए वचनबद्ध है।