घर में अकेले रहने वाले हो जाए सतर्क, दरवाजे पर खड़ा भिखारी हो सकता है शातिर चोर

punjabkesari.in Wednesday, Nov 23, 2016 - 10:30 AM (IST)

चंडीगढ़ (कुलदीप) : घर के दरवाजे पर खड़ा भिखारी की हरकतों को नजरअंदाज न करें, क्योंकि वो भिखारी के भेष में शातिर चोर हो सकता है। हम आपको ऐसे ही एक मोस्ट वांटेड के विषय में बताने जा रहे हैं जो अकेले ही भिखारी बनकर पहले घरों की रैकी करता था और मौका पाकर घर का सामान व नकदी उड़ा लेता था, एक दो नहीं बल्कि पुलिस की पूरी फाइल उक्त शातिर चोर के किस्सों से भरी पड़ी है। सिर्फ चंडीगढ़ नहीं बल्कि पांच अन्य राज्यों की पुलिस को भी उस भिखारी की तलाश है जो दो दर्जन से भी अधिक मामलो में भगौड़ा घोषित किया जा चुका है, सिर्फ चंडीगढ़ में ही उस पर 29 मामले दर्ज हैं जिनमे से 11 मामलो में उसे भगौड़ा घोषित किया जा चुका है। दिल्ली, हिमाचल, पंजाब, हरियाणा पुलिस भी आरोपी को तलाश रही है, लेकिन सफलता हाथ नहीं लग पाई है। 

 

चंडीगढ़ पुलिस की शातिर अपराधियों की लिस्ट में भिखारी चोर जयपाल दूसरे नंबर पर है। जयपाल निवासी आदर्श कॉलोनी मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। पुलिस रिकार्ड में आरोपी पर चंडीगढ़ में सिर्फ चोरी के केस दर्ज हैं, जबकि आरोपी ने अन्य वारदातों को कभी अंजाम नहीं दिया। वर्ष 2002 से 2011 के बीच में चोरी के 11 मामलों में आरोपी को कोर्ट ने पी.ओ. घोषित कर दिया है। मोस्ट वांटेड जयपाल वर्ष 2002 से चंडीगढ़ के अलग-अलग सैक्टरों में स्थित घर में चोरी की वारदात को अंजाम देता है। इसके बावजूद पुलिस की स्पैशल क्राइम ब्रांच टीम उसे सिर्फ एक बार गिरफ्तार करने में कामयाब रही, लेकिन पैरोल पर जेल से बाहर आने के बाद वह आज तक अंडरग्राऊंड है।  
    

11 केसों में पी.ओ. 
जयपाल 11 अलग-अलग चोरी के केसों में पी.ओ. डिक्लेयर्ड किया जा चुका है। वर्ष 2007 में सैक्टर-17 थाना एरिया के अंतर्गत आने वाले स्थानों पर अलग-अलग 6 चोरियों में पी.ओ. घोषित किया गया, जबकि, वर्ष 2008, 2009, 2010 व 2011 में अलग-अलग थानों में दर्ज चोरी की वारदात में पी.ओ. घोषित किया गया। 

 

2005 में हुई थी गिरफ्तारी
जयपाल सिंह को क्राइम ब्रांच ने वर्ष 2005 में पहली बार गिरफ्तार किया था। उसके परिजनों ने जयपाल को समझाने का वायदा किया था। पुलिस का दावा है कि उसके बाद भी आरोपी अपनी हरकतों से बाज नहीं आया और परेशान होकर अंत में घर वालों ने जयपाल को बेदखल कर दिया था।  

 

चोरी के नए-नए तरीके सीखने में माहिर
क्राइम ब्रांच द्वारा गिरफ्तार करने के बाद आरोपी ने वारदातों की ट्रेनिंग यू.पी. मऊ जिले में करने की बात कबूली थी। दरअसल, आरोपी ने नशे की लत में चोरी की वारदात में हाथ आजमाया था। पुलिस के पूछताछ में बताया कि उसको चोरी करने वालों से नए-नए तरीका सीखना बहुत पसंद था और वह हमेशा वारदात को अकेला अंजाम देता था। 

 

आप भी दे सकते हैं जानकारी
अगर आपके घर पर कोई संदिग्ध व्यक्ति आकर दरवाजे या खिड़कियों की जांच कर रहा है तो उसको नजरअंदाज नहीं करे। इसके साथ मोस्ट वांटेड जयपाल की तस्वीर को ध्यान से देखिए हो सकता है, वह आपके आसपास ही रह रहा हो। आप जयपाल के विषय में कोई भी जानकारी चंडीगढ़ पुलिस व ‘पंजाब केसरी’ ऑफिस में देख उसे गिरफ्तारी करवा सकते हैं। इस मामले में आपकी पहचान गुप्त रखी जाएगी। इसके साथ चंडीगढ़ पुलिस की ओर से आपको सम्मानित भी किया जाएगा।


 


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