येरेवान विश्वविद्यालय में बोले हामिद अंसारी, अधिकतर भारतीयों का धर्मनिरपेक्षता में विश्वास

punjabkesari.in Thursday, Apr 27, 2017 - 08:26 AM (IST)

येरेवान (आर्मेनिया) अविनाश चोपड़ा: उप-राष्ट्रपति हामिद अंसारी ने कहा कि भारत में कुछ सामाजिक कठिनाइयां हैं जिस कारण कुछ लोग हिंसा के रास्ते पर चल पड़ते हैं लेकिन अधिकतर भारतीय धर्मनिरपेक्षता में विश्वास रखते हैं। आर्मेनिया के दौरे पर आए हामिद अंसारी ने येरेवान विश्वविद्यालय में छात्रों और शिक्षकों को संबोधित करते हुए यह बात कही। उनसे एक छात्र ने पूछा था कि आप कहते हैं कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है लेकिन वहां हिंसा की घटनाएं सामने आती रहती हैं। इसके जवाब में हामिद अंसारी ने कहा कि धर्मनिरपेक्षता भारत के संविधान का बुनियादी चरित्र है और भारत के लोग धर्मनिरपेक्षता के प्रति प्रतिबद्ध हैं।

अंसारी ने अपने संबोधन के दौरान मौलाना अबुल कलाम आजाद के मानवतावादी विचारों का भी उल्लेख किया। अंसारी ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘आज के युवा बेहतर दुनिया का निर्माण करने के लिए उत्सुक हैं, जिनमें अच्छा और खुशहाल जीवन जीने, शांति से रहने तथा बिना किसी मानवीय या प्राकृतिक खतरों के जिंदगी व्यतीत करने की इच्छा प्रमुख है।’’

अंसारी को डाक्ट्रेट की मानद उपाधि
येरेवान विश्वविद्यालय में आज हामिद अंसारी को डाक्ट्रेट की मानद उपाधि प्रदान की गई। इस अवसर पर आर्मेनिया के विज्ञान एवं शिक्षा मंत्री मौजूद थे।

उपराष्ट्रपति अंसारी पहुंचे पोलैंड
उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी आज पोलैंड की राजधानी वारसा पहुंचे जहां उनकी अगवानी राजनयिक प्रोटाकॉल निदेशक इरेना इचनेरोविक्ज ने की। अंसारी पोलैंड की अपनी यात्रा के दौरान विभिन्न बैठकों और समारोहों में शामिल होने के साथ ही विभिन्न नेताओं के साथ वार्ता भी करेंगे।


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