Monsoon Tracking: पूर्वोत्तर पहुंच चुका है मॉनसून, इन राज्यों में भी बारिश की संभावना
punjabkesari.in Monday, Jun 07, 2021 - 12:38 PM (IST)
नेशनल डेस्क: मौसम विभाग ने बताया कि दक्षिण-पश्चिम मॉनसून और आगे बढ़ते हुए अपनी सामान्य तिथि से चार दिन बाद पूरे पूर्वोत्तर भारत में पहुंच गया है। दक्षिण पश्चिम मॉनसून ने दो दिन की देरी से तीन जून को केरल में दस्तक दी थी, जिसके साथ ही चार महीने तक चलने वाला मॉनसून का सीजन शुरू हो गया। तीन दिन के दौरान यह पूरे केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश तथा तेलंगाना के हिस्सों में पहुंच गया ।
- पूर्वोत्तर भारत में पहुंच गया है दक्षिण-पश्चिम मॉनसून
- अपनी सामान्य तिथि से चार दिन बाद आया मॉनसून
- दो दिन की देरी से तीन जून को केरल में दी थी दस्तक
- केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश तथा तेलंगाना के हिस्सों में पहुंचा मॉनसून
- छह जून पूरे पूर्वोत्तर भारत में दी दस्तक
- अगले दो दिन में इसकी गति हो जाएगी धीमी
- बंगाल की खाड़ी में चक्रवातीय परिसंचरण बनने की संभावना
- इसके बाद मॉनसून गतिविधि के जोर पकड़ने की उम्मीद है।
- 15 जून तक ओडिशा, झारखंड, पश्चिम बंगाल तथा बिहार के भागों में पहुंचनेेगा मॉनसून
- इस साल मॉनसून के सामान्य रहने का अनुमान
पूर्वोत्तर भारत में पहुंचा मॉनसून
विभाग ने कहा कि दक्षिण पश्चिम मॉनसून मध्य अरब सागर के और अधिक भागों, महाराष्ट्र के कुछ और हिस्सों, पूरे कर्नाटक, तेलंगाना के कुछ और भागों, पूरे तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश के कुछ और हिस्सों, बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों में आगे बढ़ा है। आज छह जून 2021 को यह पूरे पूर्वोत्तर भारत (नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा असम, मेघालय, अरुणाचल प्रदेश) उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल व सिक्किम में पहुंच गया है। '
जानिए किस राज्य में कब होगी बारिश
- मुंबई और तेलंगाना में 11 जून
- बिहार और छत्तीसगढ़ 16 जून
- ओडिशा में 13 जून
- झारखंड में 14 जून
- उत्तराखंड और मध्यप्रदेश में 20 जून
- उत्तर प्रदेश में 23 जून
- गुजरात में 26 जून
- दिल्ली में 27 जून
- चंडीगढ़ में 28 जून
- बाड़मेर में पांच जुलाई
- बीकानेर में छह जुलाई
3 से 10 जून के बीच पहुंचता है मॉनसून
पूर्वोत्तर के विभिन्न भागों में मॉनसून 3 से 10 जून के बीच पहुंचता है। उदाहरण के लिये अगरतला, आइजोल, शिलांग और इम्फाल में यह एक जून को जबकि गंगटोक और सिक्किम में 10 जून को पहुंचता है। मौसम विभाग ने कहा कि अगले दो दिन में इसकी गति धीमी हो जाएगी। बंगाल की खाड़ी में चक्रवातीय परिसंचरण बनने की संभावना है, जिसके बाद मॉनसून गतिविधि के जोर पकड़ने की उम्मीद है। इससे मॉनसून को 15 जून तक ओडिशा, झारखंड, पश्चिम बंगाल तथा बिहार के भागों में पहुंचने में मदद मिलेगी। इस साल मॉनसून सामान्य रहने का अनुमान है।