वापिस लौटने की राह पर मानसून, IMD ने दिया अपडेट, इस बार मचाया खूब हाहाकार
punjabkesari.in Sunday, Sep 14, 2025 - 09:57 AM (IST)

नेशनल डेस्क : इस साल मानसून सीजन में भारत के कई राज्यों में भारी बारिश ने जमकर तांडव मचाया। राजस्थान, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, बिहार, उत्तराखंड और मध्य प्रदेश में बारिश ने भारी तबाही मचाई। खासकर पहाड़ी राज्यों हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बारिश और बादल फटने की घटनाओं के कारण 300 से अधिक लोगों की जान चली गई।
मानसून की वापसी का दौर शुरू
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मानसून 15 सितंबर से उत्तर-पश्चिम भारत से वापसी शुरू कर सकता है। IMD की बुलेटिन में कहा गया है कि 17 सितंबर से मानसून पूरी तरह लौटना शुरू करेगा और 15 अक्टूबर तक यह देश से पूरी तरह वापस चला जाएगा। राजस्थान में 15 सितंबर से मानसून की वापसी शुरू होगी, जबकि कर्नाटक के रास्ते यह 15 अक्टूबर तक पूरी तरह लौट जाएगा।
इस साल मानसून का प्रदर्शन
इस साल मानसून 24 मई को केरल पहुंचा था, जो 2009 के बाद सबसे जल्दी आया। पूरे सीजन के दौरान देश में सामान्य 778.6 मिमी बारिश की तुलना में 836.2 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो 7 प्रतिशत अधिक है। उत्तर-पश्चिम भारत में सामान्य 538.1 मिमी की तुलना में 34 प्रतिशत अधिक यानी 720.4 मिमी बारिश हुई। मध्य भारत में 978.3 मिमी बारिश दर्ज की गई, जो सामान्य 882 मिमी से 11 प्रतिशत अधिक है। दक्षिण भारत में भी सामान्य 611 मिमी से 7 प्रतिशत अधिक बारिश हुई। हालांकि, पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत में बारिश सामान्य से कम रही, जहां 949.6 मिमी बारिश हुई, जो सामान्य 1192.6 मिमी से 20 प्रतिशत कम है।
पंजाब में दशकों बाद बाढ़
पंजाब में भारी बारिश के कारण दशकों बाद बाढ़ की स्थिति बनी। राज्य के सभी 23 जिले और 1900 से अधिक गांव जलमग्न हो गए। लाखों हेक्टेयर फसलें बर्बाद हो गईं और हजारों लोगों को विस्थापित होना पड़ा। हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर में नदियों ने विकराल रूप धारण किया, जिसके चलते कई पुल बह गए। बादल फटने की घटनाओं ने इन राज्यों में और अधिक तबाही मचाई।
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि मानसून की वापसी के दौरान भी कुछ क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना बनी रहेगी। प्रभावित राज्यों की सरकारें राहत और बचाव कार्यों में जुटी हैं, लेकिन बारिश से हुए नुकसान का आकलन अभी जारी है।