ऑफ द रिकॉर्ड: तीन तलाक बिल को समर्थन के लिए मोदी ने विपक्ष के मुख्यमंत्रियों को किए फोन
punjabkesari.in Thursday, Aug 01, 2019 - 05:59 AM (IST)
नेशनल डेस्क: मंगलवार को राज्यसभा में 84 के मुकाबले 99 मतों से पास हुए तीन तलाक विधेयक के लिए समर्थन प्राप्त करने हेतु कम से कम 3 विपक्षी मुख्यमंत्रियों से व्यक्तिगत तौर पर बात की।
मोदी ने ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, ए.आई.ए.डी.एम.के. के प्रमुख तथा तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पलानीस्वामी तथा बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को विधेयक का समर्थन करने के लिए व्यक्तिगत तौर पर टैलीफोन किया। उनका दायां हाथ माने जाने वाले भूपेन्द्र यादव ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री व टी.आर.एस. प्रमुख के. चंद्रशेखर राव को विधेयक के समर्थन के लिए फोन किया। खास बात यह रही कि नवीन पटनायक ने अपने सभी 7 बीजद सांसदों को विधेयक का समर्थन करने के निर्देश दिए लेकिन अन्य 3 मुख्यमंत्रियों ने यह वायदा किया कि विधेयक के खिलाफ बोलने के बावजूद वे इसके खिलाफ वोट नहीं देंगे।
इस प्रकार 11 सदस्यीय ए.आई.ए.डी.एम.के. ने विधेयक का विरोध करने के बावजूद वाकआऊट किया। जनता दल (यू) के 6 सांसदों ने भी वोटिंग के समय राज्यसभा से वाकआऊट किया तथा टी.आर.एस. के 6 सांसदों ने भी वाकआऊट किया। आश्चर्यजनक रूप से टी.डी.पी. का एक सांसद भी वाकआऊट कर गया। हालांकि टी.डी.पी. को भाजपा ने तोड़ा था और इसके 4 सांसद भाजपा में शामिल हो गए थे। यहां तक कि जनता दल (एस) के एकमात्र सदस्य ने भी वाकआऊट किया जबकि भाजपा ने कुमारस्वामी सरकार को गिराया था।
राजद के राम जेठमलानी, टी.एम.सी. के के.डी. सिंह तथा कांग्रेस के प्रताप सिंह बाजवा भी गैर-हाजिर रहे। शरद पवार ने इस दौरान एक माइनर सर्जरी करवाई जबकि प्रफुल्ल पटेल घर पर ही बैठे रहे। खास बात यह रही कि जम्मू-कश्मीर से पी.डी.पी. के 2 सांसदों ने भी वोटिंग नहीं की। उनका कहना था कि घाटी में तीन तलाक का कोई महत्व नहीं। कुल मिलाकर कांग्रेस के 4 सांसद, सी.पी.आई. (एम) का एक, डी.एम.के. के 2 सांसद भी गैर-हाजिर रहे। टी.एम.सी. ने व्हिप का उल्लंघन करने पर के.डी. सिंह को कारण बताओ नोटिस जारी किया है लेकिन उन्होंने एक प्रमाणपत्र भेज दिया कि वह अचानक बीमार होने के कारण अस्पताल में भर्ती थे। कांग्रेस भी व्हिप का उल्लंघन करने के लिए अपने 4 सांसदों को कारण बताओ नोटिस जारी करने की योजना बना रही है।