पीरियड्स रोकने वाली दवाएं दे सकती हैं मौत को निमंत्रण, जानिए इनके खतरनाक साइड इफेक्ट्स
punjabkesari.in Sunday, Nov 02, 2025 - 06:27 PM (IST)
नेशनल डेस्क : महिलाओं के शरीर में पीरियड्स एक सामान्य जैविक प्रक्रिया है, जो हर महीने हार्मोनल संतुलन और स्वास्थ्य के लिए जरूरी होती है। लेकिन कई बार शादी, यात्रा, व्रत या धार्मिक आयोजनों के दौरान महिलाएं पीरियड्स को रोकने के लिए गोलियों का सेवन करती हैं। ये दवाएं अस्थायी रूप से तो राहत देती हैं, लेकिन लंबे समय में शरीर के हार्मोन सिस्टम और प्रजनन स्वास्थ्य (Reproductive health) पर गंभीर असर डाल सकती हैं।
कैसे करती हैं काम ये गोलियां?
पीरियड्स को रोकने वाली दवाओं में आमतौर पर प्रोजेस्टेरोन हार्मोन (Progesterone Hormone) पाया जाता है। यह वही हार्मोन है जो मासिक चक्र को नियंत्रित करता है। जब महिलाएं ये दवाएं लेती हैं, तो यह शरीर को यह संकेत देती हैं कि गर्भावस्था जैसी स्थिति है। इससे ओव्यूलेशन (Ovulation) रुक जाता है और पीरियड्स कुछ समय के लिए टल जाते हैं। आमतौर पर डॉक्टर Norethisterone जैसी दवाएं सुझाते हैं, जिन्हें पीरियड्स शुरू होने से 3-4 दिन पहले लेना शुरू किया जाता है।
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धार्मिक और सामाजिक कारणों से बढ़ती है मांग
भारत में पारंपरिक मान्यताओं के चलते महिलाएं पीरियड्स के दौरान पूजा या मंदिर में नहीं जातीं। ऐसे में जब कोई बड़ा त्योहार, शादी या धार्मिक आयोजन होता है, तो कई महिलाएं चाहती हैं कि उस समय पीरियड्स न आएं। इसी वजह से इन दवाओं की मांग इन दिनों बढ़ जाती है। कई बार महिलाएं डॉक्टर से सलाह लिए बिना ही मेडिकल स्टोर से गोलियां खरीद लेती हैं, जो सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है और कभी-कभी तो मौत भी हो जाती है।
क्या हैं इन दवाओं के नुकसान?
1. हार्मोनल असंतुलन: बार-बार सेवन करने से शरीर के हार्मोनल स्तर पर असर पड़ता है, जिससे वजन बढ़ना, मूड स्विंग और चिड़चिड़ापन जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
2. अनियमित पीरियड्स: लगातार उपयोग से मासिक चक्र बिगड़ सकता है, जिससे कभी पीरियड्स बहुत देर से आते हैं या अत्यधिक रक्तस्राव होता है।
3. सिरदर्द और थकान: इन दवाओं से मतली, सिरदर्द और कमजोरी जैसे साइड इफेक्ट्स आम हैं।
4. ब्लड क्लॉटिंग का खतरा: WHO और NHS UK की रिपोर्ट्स के अनुसार, इन हार्मोनल दवाओं का अत्यधिक सेवन खून के थक्के बनने का खतरा बढ़ा देता है, खासकर उन महिलाओं में जो धूम्रपान करती हैं या मोटापे से ग्रस्त हैं।
5. फर्टिलिटी पर असर: बार-बार सेवन से ओव्यूलेशन प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है, जिससे भविष्य में गर्भधारण में दिक्कत आ सकती है।
डॉक्टर की सलाह जरूरी
विशेषज्ञों का कहना है कि पीरियड्स रोकने वाली दवाएं डॉक्टर की सलाह से ही लेनी चाहिए। इनका बार-बार या बिना निगरानी सेवन करने से लंबे समय में प्रजनन क्षमता और हार्मोनल स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है।
