इस खिलाड़ी ने संन्यास का किया ऐलान, वर्ल्ड कप में टीम इंडिया को दिया था गहरा जख्म
punjabkesari.in Wednesday, Jan 08, 2025 - 08:04 PM (IST)
नई दिल्ली: न्यूजीलैंड के स्टार बल्लेबाज मार्टिन गप्टिल ने अपने 14 साल लंबे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर से संन्यास लेने का ऐलान किया है। गप्टिल ने अपनी दमदार बल्लेबाजी से कीवी टीम को कई मैचों में जीत दिलाई और कई रिकॉर्ड्स भी तोड़े। वह न्यूजीलैंड के लिए वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ियों में तीसरे नंबर पर हैं। हालांकि, वह इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले रहे हैं, लेकिन वह फ्रेंचाइजी क्रिकेट में खेलना जारी रखेंगे।
न्यूजीलैंड के लिए खेलना था सपना- गप्टिल
मार्टिन गप्टिल ने अपने संन्यास पर कहा, "न्यूजीलैंड के लिए खेलना हमेशा से मेरा सपना था। मैं अपने देश के लिए 367 मैच खेलकर बहुत गर्व महसूस करता हूं। मैं उन सभी यादों को संजोकर रखूंगा जो मैंने टीम के साथ बनाई हैं। मैं अपने टीम के साथियों और कोचिंग स्टाफ का बहुत-बहुत धन्यवाद करता हूं, खासकर मार्क ओ'डोनेल का, जिन्होंने अंडर 19 से लेकर मुझे प्रशिक्षण दिया और मेरे करियर में लगातार समर्थन किया।" गप्टिल ने अपनी पत्नी लौरा और बच्चों हार्ले और टेडी को भी धन्यवाद दिया और कहा, "वह हमेशा मेरे सपोर्टर रहे और खेल में आने वाले उतार-चढ़ाव में मेरा साथ दिया। मैं उनका हमेशा आभारी रहूंगा।"
गप्टिल का क्रिकेट करियर
मार्टिन गप्टिल ने 2009 में न्यूजीलैंड के लिए वनडे क्रिकेट में डेब्यू किया और अपनी पहली ही पारी में शतक जड़ दिया, जिससे उन्होंने यह साबित कर दिया कि वह लंबे समय तक क्रिकेट में योगदान देंगे। गप्टिल ने 2015 के वनडे वर्ल्ड कप में दोहरा शतक भी लगाया था। उनके करियर में कुल 47 टेस्ट मैचों में 2586 रन, 198 वनडे मैचों में 7346 रन और 122 टी20 इंटरनेशनल मैचों में 3531 रन शामिल हैं। गप्टिल ने तीनों फॉर्मेट में कुल 23 शतक लगाए हैं।
महेंद्र सिंह धोनी को किया था रन आउट
2019 वनडे वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में भारत और न्यूजीलैंड के बीच मैच हुआ था, जहां गप्टिल ने भारत के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को रन आउट किया था। यह घटना मैच का टर्निंग पॉइंट साबित हुई और भारत को हार का सामना करना पड़ा। गप्टिल का यह रन आउट भारत की हार की एक बड़ी वजह बना था। इस मैच में न्यूजीलैंड ने भारत को 18 रनों से हराया था। मार्टिन गप्टिल ने अपने करियर में कई महत्वपूर्ण योगदान दिए और क्रिकेट प्रेमियों के दिलों में हमेशा एक विशेष स्थान बनाए रखा। उनके संन्यास के बाद, उनके खेल को याद किया जाएगा।