Movie Review: ''प्यार, इमोशन और बदले की कहानी है ''मरजावां''
punjabkesari.in Friday, Nov 15, 2019 - 04:49 PM (IST)
फिल्म - मरजावां /Marjaavaan
निर्देशक - मिलाप जावेरी/ Milap Zaveri
स्टारकास्ट - सिद्धार्थ मल्होत्रा,रितेश देशमुख, तारा सुतारिया, राकुल प्रीत सिंह
रेटिंग - 3/5 स्टार
नई दिल्ली। बॉलीवुड एक्टर सिद्धार्थ मल्होत्रा और तारा सुतारिया की फिल्म 'मरजावां' आज सभी सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। 'एक विलन' के बाद इस फिल्म में सिद्धार्थ और रितेश देशमुख एक बार फिर एक दूसरे के अपोजिट नजर आ रहे हैं। वहीं तारा सुतारिया (Tara Sutaria) और राकुल प्रीत फिल्म में मुख्य किरदार में हैं।
ये एक एक्शन ड्रामा थ्रिलर फिल्म है। जबसे इसका ट्रेलर रिलीज हुआ है फैंस फिल्म का बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। मिलाप जावेरी द्वारा निर्देशित इस फिल्म को भूषण कुमार, दिव्या खोसला कुमार, कृष्ण कुमार ,मोनिशा अडवाणी (Monisha Advani) , मधु भोजवानी (Madhu G.Bhojwani) और निखिल अडवाणी ने प्रोड्यूस किया है।
कहानी
फिल्म में सिद्धार्थ मल्होत्रा, रघु के किरदार में है, जो अनाथ होता है और बचपन से अन्ना उसे अपने मतलब से बेटे की तरह पालता है। अन्ना बहुत बड़ा टैंकर माफिया है और उसका एक अपना बेटा विष्णु (रितेश देशमुख) भी है। अन्ना विष्णु से ज्यादा रघु को मानता है क्योंकि वो उसका राइट हैंड है। इस वजह से विष्णु रघु को बिल्कुल पसंद नहीं करता।
इसी बीच रघु की जिंदगी में जोया (तारा) की एंट्री होती है और दोनों प्यार में पड़ जाते हैं। तारा, रघु को बदलकर उसे प्यार के रास्ते पर लाना चाहती है। रघु भी सभी गलत काम छोड़कर जोया के साथ एख अलग दुनिया बसाना चाहता है। लेकिन तभी कहानी में कुछ ऐसी घटना घटती है कि अन्ना रघु को कहता है कि वो जोया को अपने हाथों से मार दे। बीच मजधार में फंसा रघु ऐसा ही करता है।
इसके बाद रघु कुछ महीनों के लिए जेल चला जाता है और जिंदगी से हार मान लेता है। कुछ समय बाद जब वो जेल से बाहर आता है तब बदला लेने के लिए एक पूरा प्लॉन बना के आता है। अब रघु का विष्णु से बदला लेने का क्या प्लॉन होता है और उसे इसमें सफलता मिलती भी है या नहीं। ये जानने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी।
एक्टिंग
सिद्धार्थ मल्होत्रा ने अपने किरदार को अच्छी तरह से निभाने की कोशिश तो की, लेकिन उनके एक्सप्रेशन्स पूरी फिल्म में सेम ही नजर आए। रितेश ने बोने के किरदार को बहुत ही शानदार तरीके से निभाया है। तारा सुतारिया फिल्म में काफी खूबसूरत लगीं। हालांकि फिल्म में उन्होंने गूंगी लड़की का किरदार निभाया है, लेकिन उनके एक्सप्रेशन्स अच्छे रहे। इंस्पेक्टर के रूप में रवि किशन ने अपना बेस्ट दिया है।
डायरेक्शन
फिल्म इंटरवल तक तो सबका ध्यान अपनी तरफ खींचे रखती है। लेकिन सेंकंड हॉफ में लगता है कहानी को ज्यादा खींच दिया गया है। फिल्म में कई बार लगता है कि मेलोड्रामा कुछ ज्यादा ही हो गया। हां ये कहना गलत नहीं होगा कि फिल्म में एक्शन दमदार है। फिल्म के कई डायलॉग और पंचेज अच्छे हैं।
गानें
फिल्म का संगीत तो पहले से हिट है औऱ इसका गाना 'तुम्हीं आना' लोगों की जुबां पर चढ़ा हुआ है।