मनीष तिवारी का मनमोहन सरकार पर वार, मुंबई हमले के बाद PAK पर कार्रवाई नहीं करके देश को किया कमजोर

punjabkesari.in Tuesday, Nov 23, 2021 - 11:55 AM (IST)

नेशनल डेस्क: कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने अपनी किताब में अपनी ही सरकार पर निशाना साधा है। तिवारी ने मुंबई हमले के बाद कोई कार्रवाई नहीं किए जाने को लेकर मनमोहन सरकार की आलोचना की है। मनीष तिवारी ने अपनी किताब में लिखा कि मुंबई हमले के बाद भारत को पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए थी। कांग्रेस नेता ने लिखा कि उचित समय पर कार्रवाई नहीं किया जाना एक सरकार की कमजोरी की निशानी है।

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मनीष तिवारी ने आगे लिखा कि पाकिस्तान के खिलाफ उस समय सख्त कार्ऱवाई नहीं करके मनमोहन सरकार ने अपनी कमजोरी को दर्शाया। तिवारी ने लिखा कि निर्दोष लोगों के कत्लेआम पर शब्द नहीं कार्रवाई करना बहुत कुछ कह जाने के बराबर होता है। तिवारी ने कहा कि 26/11 एक ऐसा मौका था जब शब्दों से ज्यादा जवाबी कार्रवाई होनी चाहिए थी।

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तिवारी ने मुंबई हमले की तुलना अमेरिका के 9/11 से करते हुए कहा कि भारत को उस समय तीव्र जवाबी कार्रवाई करनी चाहिए थी जैसी फुर्ती अमेरिका ने दिखाई। तिवारी की किताब का नाम 10 Flash Points, 20 Years है। उन्होंने कहा कि इस किताब में पिछले 20 सालों में भारत ने जिन प्रमुख राष्ट्रीय सुरक्षा चुनौती का सामना किया है, उसका वर्णन किया गया है। 

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भाजपा ने कांग्रेस को घेरा
तिवारी की इस किताब पर भाजपा ने कांग्रेस पर निशाना साधना शुरू कर दिया है। भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने ट्वीट किया कि मनीष तिवारी ने 26/11 के बाद UPA सरकार की कमजोरी की ठीक ही आलोचना की है। उन्होंने लिखा कि एयर चीफ मार्शल फली मेजर ने भी कहा था कि इस हमले के बाद वायुसेना कार्रवाई करना चाहती थी, लेकिन UPA सरकार ने ऐसा नहीं करने दिया।

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जब भारत में घुस आए थे पाकिस्तान के 10 आतंकी
26 नवंबर 2008 को पाकिस्तान के 10 आतंकी भारत में घुस आए और उन्होंने मुंबई को अपना टारगेट बनाया। आतंकियों ने मुंबई की अलग-अलग जगहों पर गोलियां बरसाई थीं। आतंकियों ने रेलवे स्टेशन, होटल, बार, ताज होटल, ओबेरॉय होटल जैसी जगहों को निशाना बनाया था। 26 नवंबर की रात 9 बजकर 43 मिनट पर शुरू हुआ आतंक का तांडव 29 नवंबर की सुबह 7 बजे खत्म हुआ था। इन हमलों में 166 लोग मारे गए थे। 9 आतंकियों को एनकाउंटर में मार गिराया गया था और आतंकी अजमल कसाब को जिंदा पकड़ा गया था, जिसे 21 नवंबर 2012 को फांसी दी गई। मुंबई हमलों में मुंबई पुलिस, एटीएस और एनएसजी के 11 जवान शहीद हुए थे।


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Content Writer

Seema Sharma

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