नंदीग्राम में प्रचार के दौरान घायल हुईं ममता बनर्जी, कहा- कुछ लोगों ने पीछे से दिया धक्का
punjabkesari.in Wednesday, Mar 10, 2021 - 07:21 PM (IST)
नेशनल डेस्क: पश्चिम बंगाल में चुनाव प्रचार शुरू हो चुका है। इसी बीच खबर है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नंदीग्राम में प्रचार के दौरान घायल हो गई हैं, और उनके पैर में चोट लगी है। उन्होंने कहा कि, 'नंदीग्राम में मुझ पर हमला किया गया है। मेरे पैर में चोट लगी है। मेरे पैर को गाड़ी से कुचलने की कोशिश की गई है।' उन्होंने कहा है कि, 'मैं अब कोलकाता जा रही हूं, डॉक्टर को दिखाने के लिए।'
वहीं, टीएमसी पार्टी ने इसे बीजेपी की साजिश करार दिया है। चार-पांच लोगों ने उनपर हमला किया। यह साजिश के तहत किया गया है। पार्टी इसकी शिकायत चुनाव आयोग से करेगी। नामांकन दाखिल करने के बाद ममता लगातार मंदिरों में दर्शन कर रही थीं और लोगों से मिल रही थीं। इसी दौरान एक जगह भीड़ होने पर उनके पैर में चोट लगी है।
Nandigram: West Bengal CM Mamata Banerjee says she has suffered an injury in her leg after few people pushed her as when she was near her car pic.twitter.com/wx69lVdsbB
— ANI (@ANI) March 10, 2021
बता दें कि इससे पहले ममता बनर्जी ने बुधवार को नंदीग्राम विधानसभा सीट से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। सुश्री बनर्जी ने नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए उप मंडल अधिकारी के कार्यालय पहुंचने से पहले यहां भगवान शिव के मंदिर में पूजा-अर्चना की। इसके बाद उन्होंने रोड शो किया और बड़ी संख्या में अपने समर्थकों के साथ उप मंडल अधिकारी के कार्यालय पहुंची। इस दौरान उनके समर्थक ‘खेला होबे- खेला होबे' के नारे लगा रहे थे। सुश्री बनर्जी के खिलाफ उनके विश्वास पात्र रहे सुवेन्दु अधिकारी भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे।
#WATCH West Bengal CM Mamata Banerjee in Nandigram says she has suffered an injury in her leg after few people pushed her when she was near her car pic.twitter.com/D1l00MU7xw
— ANI (@ANI) March 10, 2021
श्री अधिकारी ममता मंत्रिमंडल के सदस्य थे और कुछ दिनों पहले वह तृणमूल कांग्रेस का दामन छोड़कर भाजपा के पाले में चले गये थे। श्री अधिकारी 12 मार्च को नंदीग्राम सीट से अपना पर्चा दाखिल करेंगे। सुश्री बनर्जी नंदीग्राम सीट से चुनाव लड़ने की घोषणा के बाद आज पहली बार यहां आयी हैं। गौरतलब है कि किसान बहुल नंदीग्राम क्षेत्र के लोगों ने वाम सरकार के यहां विशेष आर्थिक जोन बनाने के लिए भूमि अधिग्रहीत किये जाने के खिलाफ 2007 में आंदोलन किया था। इस आंदोलन ने काफी जोर पकड़ा था और चार वर्ष 2011 में विधानसभा चुनावों के बाद वाम दल सत्ता से बाहर हो गये थे।