''तमिल को हिंदी की तरह आधिकारिक भाषा बनाएं'': CM स्टालिन की अपील का पीएम मोदी ने दिया जवाब

punjabkesari.in Thursday, May 26, 2022 - 08:58 PM (IST)

नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को यहां पूरी हो चुकी कई परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित किया और कई नई योजनाओं की आधारशिला रखी। इस दौरान सीएम एमके स्टालिन ने जब प्रधानमंत्री तमिलनाडु आए हैं तो मैं कुछ चीजों के लिए उनसे अपील करता हूं। मैं पीएम से भी अपील करता हूं कि उच्च न्यायालय में तमिल को एक आधिकारिक भाषा के रूप में घोषित किया जाना चाहिए।

तमिल को भी हिंदी की तरह समान अधिकार मिले- स्टालिन
चेन्नई में तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन ने कहा कि, हमारी भाषा तमिल को भी हिंदी की तरह समान अधिकार मिले, औपचारिक भाषा की मान्यता मिले। हम पर हिंदी न थोपी जाए।  हम प्रधानमंत्री से (श्रीलंका) से कच्चातीवु द्वीप वापस लाने के लिए कहते हैं ताकि हमारे मछुआरे हमारे समुद्र में स्वतंत्र रूप से मछली पकड़ सकें। मैं सरकार से 14,006 करोड़ रुपये के केंद्रीय जीएसटी बकाया को हमारे राज्य को वापस करने की अपील करता हूं। मैं पीएम से भी अपील करता हूं कि उच्च न्यायालय में तमिल को एक आधिकारिक भाषा के रूप में घोषित किया जाना चाहिए। साथ ही उन्होंने  तमिलनाडु को राष्ट्रीय चिकित्सा प्रवेश परीक्षा NEET से अलग करने की मांग भी की है। 

क्या बोले पीएम मोदी?
पीएम ने तमिल भाषा की तारीफ की उन्होंने कहा कि तमिल भाषा शाश्वत है और तमिल संस्कृति वैश्विक है। चेन्नई से कनाडा तक, मदुरै से मलेशिया तक, नमक्कल से न्यूयॉर्क तक और सेलम से दक्षिण अफ्रीका तक, पोंगल और पुथांडु के अवसरों को बड़े उत्साह के साथ चिह्नित किया जाता है। पीएम ने कहा कि अभी हाल ही में मैंने अपने आवास पर भारतीय मूक बधिर ओलंपिक में हिस्सा लेने वाले दल की मेजबानी की। आप जानते ही होंगे कि इस बार टूर्नामेंट में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा लेकिन हमने जो 16 पदक जीते हैं, उनमें से 6 पदकों में तमिलनाडु के युवाओं की भूमिका रही है। बता दें कि, चेन्नई पहुंचने पर तमिलनाडु के राज्यपाल आर एन रवि ने पीएम मोदी की अगवानी की। इस दौरान डीएमके नेता और तमिलनाडु के मंत्री दुरईमुरुगन और डा के.पोनमुडी भी मौजूद थे।  

 


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Content Editor

rajesh kumar

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