पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत की ब्रिक्स में बढ़ी अहमियत, 2026 में शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा देश

punjabkesari.in Tuesday, Jul 01, 2025 - 04:46 PM (IST)

नेशनल डेस्क: ब्रिक्स चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष हरवंश चावला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल और नेतृत्व की बहुत प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि इस बार ब्रिक्स समूह में भारत की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण हो गई है। पीएम मोदी की सक्रियता और दूरदर्शिता के कारण भारत न केवल समूह में अपनी मौजूदगी मजबूत कर रहा है बल्कि वैश्विक स्तर पर व्यापार के एक बड़े खिलाड़ी के रूप में उभर रहा है।

ब्रिक्स शिखर सम्मेलन का आयोजन ब्राजील में

प्रधानमंत्री मोदी 5 जुलाई से 8 जुलाई तक ब्राजील का दौरा करेंगे। इस दौरान वे 6 और 7 जुलाई को रियो डी जेनेरियो में होने वाले 17वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। यह शिखर सम्मेलन इसलिए भी खास है क्योंकि इस बार भारत के प्रभाव और भूमिका को बहुत अहम माना जा रहा है।

भारत की 2026 में अध्यक्षता और मेजबानी

हरवंश चावला ने बताया कि भारत 2026 में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन का मेजबान होगा और अगले वर्ष पूरे एक साल तक ब्रिक्स समूह की अध्यक्षता करेगा। यह समय भारत के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि भारत वैश्विक व्यापार में तटस्थ और जिम्मेदार भूमिका निभा रहा है। इस वजह से भारत की अध्यक्षता में ब्रिक्स को एक नई दिशा मिलेगी। 
चावला ने कहा कि भारत का वैश्विक व्यापार में तटस्थ रुख और बढ़ती भूमिका ब्रिक्स के लिए फायदेमंद साबित होगी। वर्तमान में जब दुनिया भर में टैरिफ युद्ध और व्यापार विवाद बढ़ रहे हैं, तब भारत की यह स्थिति और भी ज्यादा महत्वपूर्ण हो जाती है। ब्रिक्स जैसे बड़े आर्थिक समूह में भारत की भागीदारी से व्यापारिक संबंधों को नया बल मिलेगा और समूह की एकजुटता भी मजबूत होगी।

ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की वैश्विक अहमियत

हरवंश चावला ने कहा कि यह शिखर सम्मेलन केवल पीएम मोदी की मौजूदगी के कारण ही नहीं, बल्कि इसलिए भी ऐतिहासिक होगा क्योंकि विश्व के बड़े व्यापारिक और राजनीतिक संकट इस समय इस सम्मेलन की पृष्ठभूमि हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका द्वारा दुनिया भर में टैरिफ युद्धों की शुरुआत ने वैश्विक व्यापार को प्रभावित किया है, इसलिए इस बार के शिखर सम्मेलन के परिणाम बहुत महत्वपूर्ण होंगे।

पीएम मोदी की बहु-देशीय यात्रा

प्रधानमंत्री मोदी ब्राजील के बाद भी अफ्रीका और लैटिन अमेरिका के पांच देशों की यात्रा करेंगे। वे घाना, त्रिनिदाद और टोबैगो, अर्जेंटीना और नामीबिया के नेताओं से द्विपक्षीय बैठक करेंगे। इस यात्रा का उद्देश्य भारत के व्यापारिक और कूटनीतिक संबंधों को मजबूत बनाना है। यह भारत की विदेश नीति में विस्तार और वैश्विक सहयोग को बढ़ावा देने की रणनीति का हिस्सा है।

 

 


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Content Editor

Ashutosh Chaubey

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