पीएम मोदी की ट्रंप को दो टूक, साफ साफ कहा - "आतंकवाद पर व्यापार नहीं, गोली का जवाब गोले से देगें"
punjabkesari.in Wednesday, Jun 18, 2025 - 01:13 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच ऑपरेशन सिंदूर के बाद आज 18 जून को करीब 35 मिनट तक फोन पर गंभीर बातचीत हुई। यह वार्ता ट्रंप की पहल पर हुई, जब पीएम मोदी कनाडा में थे। उन्होंने पीएम मोदी को अमेरिका आने का न्योता भी दिया, लेकिन मोदी ने अपनी व्यस्तताओं के कारण इस दौरे को अभी असंभव बताया। यह दोनों नेताओं की सीजफायर के बाद पहली प्रत्यक्ष बातचीत थी।
बातचीत के मुख्य मुद्दे क्या रहे?
विदेश सचिव मिसरी ने बताया कि पीएम मोदी ने आतंकवाद पर भारत के पक्ष को रखा। दोनों नेताओं के बीच भारत पाकिस्तान के बीच पहलगाम आतंकी हमले के बाद हुए तनाव पर भी चर्चा हुई। मिसरी ने बताया कि आतंकवाद के खिलाफ भारत का ऑपरेशन सिंदूर जारी है और इस पर भी पीएम मोदी की ट्रंप से बात हुई है। दोनों नेताओं के बीच इजरायल-ईरान तनाव पर भी चर्चा हुई। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि भारत ने किसी की मध्यस्थता स्वीकार नहीं की है। अमेरिका से सीजफायर पर कोई बात नहीं हुई।
भारत नहीं चाहता किसी तीसरे पक्ष की दखल
विदेश सचिव ने कहा कि पीएम मोदी ने यह दोहराया कि ऑपरेशन सिंदूर पूरी तरह आतंकवाद के खिलाफ भारत की सैन्य कार्रवाई है, और इसका व्यापार या कूटनीतिक समझौतों से कोई लेना-देना नहीं है। पाकिस्तान के कहने पर ही भारत ने अस्थायी सीजफायर का कदम उठाया था। मोदी ने यह भी स्पष्ट किया कि अब भारत आतंकवादी गतिविधियों को ‘प्रॉक्सी वॉर’ नहीं, बल्कि सीधा युद्ध मानकर उसका जवाब देगा।
पाकिस्तान को गोले से मिलेगा जवाब - पीएम मोदी
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रंप को बताया कि 22 अप्रैल के बाद भारत ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यह स्पष्ट कर दिया था कि वह आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा। 6-7 मई की रात भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में सिर्फ आतंकी ठिकानों को ही निशाना बनाया। मोदी ने कहा कि भारत अब पाकिस्तान की हर गोली का जवाब गोले से देगा।
जेडी वेंस की चेतावनी और भारत का जवाब
9 मई की रात अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने पीएम मोदी को फोन कर बताया कि पाकिस्तान भारत पर बड़ा हमला कर सकता है। मोदी ने स्पष्ट कहा कि अगर ऐसा हुआ तो भारत का जवाब और भी कठोर होगा। और हुआ भी ऐसा 9-10 मई की रात भारत ने पाकिस्तान की ओर से हुई कार्रवाई का मुंहतोड़ जवाब दिया, जिससे पाकिस्तानी सेना को भारी नुकसान हुआ।
G-7 समिट में क्यों नहीं मिल सके मोदी और ट्रंप?
दरअसल, पीएम मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच कनाडा में G-7 समिट के दौरान मुलाकात तय थी। लेकिन इजरायल-ईरान युद्ध की गंभीर स्थिति के चलते ट्रंप को 17 जून को अचानक अमेरिका लौटना पड़ा, जिससे यह बैठक नहीं हो सकी। इसके बाद ट्रंप के आग्रह पर फोन पर दोनों नेताओं की लंबी बातचीत हुई।