J&K Encounter: जिस घर के गृह प्रवेश के लिए छुट्टी पर आना था, उसी सपनों के आशियाने में पहुंचा शहीद आशीष का पार्थिव शव
punjabkesari.in Friday, Sep 15, 2023 - 08:25 AM (IST)

जम्मू-कश्मीर: जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए मेजर आशीष धोनैक की शहादत की जानकारी के बाद बृहस्पतिवार को उनके घरों पर बड़ी संख्या में लोग परिजनों को ढांढस बंधाने के लिए पहुंचे। घर के बाहर जुटी भीड़ में से कुछ लोगों ने आक्रोशित स्वर में कहा कि सेना को इस कायरना हरकत के लिए आतंकवादियों को मुंहतोड़ जवाब देना चाहिए।
वहीं, हरियाणा के पानीपत जिले के मेजर आशीष धौंचक का पार्थिव शरीर शुक्रवार को उनके पैतृक गांव पहुंचा जिसके बाद पूरा गांव गम में डूब गया। जैसे ही पानीपत के सेक्टर-7 स्थित घर में उनकी पार्थिव देह पहुंची, परिवार समेत सभी का कलेजा मानों फट गया हो।
हजारों की संख्या में श्रद्धांजलि देने के लिए लोग मेजर के आवास पुहंचे। सेक्टर 7 में लोगों ने तिरंगे में लिपटे मेजर का फूल बरसाए।
बता दें कि पानीपत के सेक्टर-7 में ही आशीष का परिवार पिछले काफी समय से किराये के मकान पर रहता था लेकिन हाल ही में उन्होंने अपने सपनों का आशियाना बनाया जिसके गृह प्रवेश पर मेज आशीष छूट्टी पर आने वाले थे लेकिन आज जब उसी आशियाने में शहीद मेजर आशीष का पार्थिव शरीर पहुंचा तो परिवार में कोहराम मच गया। अब यहीं उनके गांव में उनका अंतिम संस्कार होगा। मेजर आशीष के तीन बहनों के इकलौते भाई थे। उनकी दो साल की बेटी है और पत्नी है।
वहीं इस गमगीम मौके पर शाहिद मेजर आशीष के चाचा दिलावर सिंह ने बताया, करीब डेढ़ महीना पहले आशीष घर पर भी आए थे। आशीष के दादा का कहना है कि हमें अपने बेटे पर गर्व है। उन्होंने बताया कि जब आशीष घर पर आता था तो सबसे मेलजोल रखता था। सब के साथ हंसी मजाक मिलना जुलना रहता था। वहीं, उन्होंने बताया कि आशीष खेलकूद में भी अच्छा था और काफी टैलेंटेड लड़का था।