ऑपरेशन सिंदूर से घबराया बांग्लादेश, जल्द खरीदने जा रहा है ये घातक हथियार

punjabkesari.in Thursday, May 08, 2025 - 06:18 PM (IST)

बाॅलीवुड तड़का : भारत द्वारा किया गया पाकिस्तान में ऑपरेशन सिंदूर के बाद सिर्फ इस्लामाबाद ही नहीं, बल्कि उसके करीबी देशों में भी चिंता बढ़ गई है। भारत की आक्रामक सैन्य नीति को देखते हुए अब बांग्लादेश ने भी अपनी वायुसेना को मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। खबरों के मुताबिक, बांग्लादेश अब चीन से J-10C फाइटर जेट खरीदने की तैयारी में है।

क्या है J-10C फाइटर जेट?

J-10C को 'विगरस ड्रैगन' भी कहा जाता है। यह 4.5 जेनरेशन का मल्टीरोल फाइटर जेट है, जो हवा से हवा में और जमीन पर हमले दोनों के लिए सक्षम है। यह विमान अमेरिका के F-16 से तकनीकी रूप से मुकाबला करता है। पहले पाकिस्तान भी इसे खरीद चुका है और अब बांग्लादेश की भी इस पर नजर है।

कितने विमान खरीदेगा बांग्लादेश?

रिपोर्ट के अनुसार, बांग्लादेश शुरू में 16 J-10CE फाइटर जेट खरीदने पर विचार कर रहा है। यह फैसला ऐसे समय में आया है जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव अपने चरम पर है और क्षेत्र में सैन्य संतुलन लगातार बदल रहा है।

चीन यात्रा से लौटे हैं बांग्लादेश के एयर चीफ

हाल ही में बांग्लादेश के एयर चीफ मार्शल हसन महमूद खान चीन की यात्रा पर गए थे। उन्होंने झुहाई एयर शो में हिस्सा लिया और CATIC (China National Aero-Technology Import & Export Corporation) का दौरा किया। यही कंपनी चीन के हथियारों का निर्यात करती है। माना जा रहा है कि इस यात्रा का मकसद दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग को और मज़बूत करना था।

क्यों जरूरी है J-10C बांग्लादेश के लिए?

बांग्लादेश की मौजूदा वायुसेना में पुराने MiG-29, F-7 और J-7 जैसे विमान शामिल हैं। इनकी तकनीक अब पुरानी हो चुकी है और इनकी मारक क्षमता भी सीमित है। ट्रेनिंग और हल्के हमलों के लिए बांग्लादेश के पास K-8 और Yak-130 जैसे विमान हैं। ऐसे में J-10C जैसे आधुनिक विमान से बांग्लादेश की वायुसेना को बड़ी मजबूती मिलेगी।

चीन से पहले से है गहरा रिश्ता

बांग्लादेश पहले से ही चीन से हथियार खरीदने वाला दूसरा सबसे बड़ा देश है। J-10C की खरीद से बांग्लादेश और चीन के रिश्ते और गहरे हो सकते हैं। इसके साथ ही यह कदम उसे पाकिस्तान के भी करीब ला सकता है, क्योंकि पाकिस्तान पहले से ही यह विमान इस्तेमाल कर रहा है।

भारत-बांग्लादेश संबंधों पर असर?

विशेषज्ञों का मानना है कि यह सौदा क्षेत्रीय संतुलन को प्रभावित कर सकता है। भारत और बांग्लादेश के बीच अब तक अच्छे रिश्ते रहे हैं, लेकिन चीन की ओर झुकाव नई कूटनीतिक चुनौतियां पैदा कर सकता है। खासकर जब श्रीलंका जैसे पड़ोसी देश भारत के साथ आर्थिक साझेदारी बढ़ा रहे हैं।

क्या है भविष्य की योजना?

बांग्लादेश की आर्थिक स्थिति और बजट को देखते हुए फिलहाल ये विमान सीमित संख्या में खरीदे जा सकते हैं। लेकिन यह कदम साफ संकेत देता है कि बांग्लादेश अब अपनी वायुसेना को भविष्य की जरूरतों के मुताबिक ढालने में जुट गया है।

 


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Content Editor

Mehak

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