मैंने भी मंकी बात नहीं सुनी, क्या मुझे सजा मिलने वाली है?, PGIMER विवाद पर महुआ मोइत्रा ने कसा तंज
punjabkesari.in Friday, May 12, 2023 - 03:08 PM (IST)

नेशनल डेस्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात' की 100वीं कड़ी के प्रसारण को लेकर टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने निशाना साधा है। उन्होंने 'मन की बात' को मंकी बात कह दिया है। 'मन की बात' की 100वीं एपिसोड में शामिल नहीं होने पर 36 नर्सिंग छात्रों पर कार्रवाई की गई, जिसे लेकर अब महुआ मोइत्रा ने हमला बोला है।
I haven’t listened to monkey baat either. Not once. Not ever. Am I going to be punished as well? Will l be forbidden from leaving my house for a week?
— Mahua Moitra (@MahuaMoitra) May 12, 2023
Seriously worried now. pic.twitter.com/HaqEQwsWOj
टीएमसी सांसद ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'मैंने भी मंकी बात नहीं सुनी है। एक बार भी नहीं। कभी सुनूंगी भी नहीं। क्या मुझे सजा मिलने वाली है? क्या मुझे एक हफ्ते के लिए अपने घर से बाहर निकलने से मना किया जाएगा? अब गंभीर रूप से चिंतित हैं।' बता दें कि चंडीगढ़ के पीजीआईएमईआर प्रशासन ने ‘मन की बात' की 100वीं एपिसोड में शामिल नहीं होने को लेकर 36 नर्सिंग के छात्रों पर एक हफ्ते के लिए छात्रावास से बाहर निकलने पर पाबंदी लगा दी।
कार्यक्रम में 36 छात्राएं शामिल नहीं हुईं
अस्पताल प्रशासन ने पहले और तीसरे वर्ष की छात्राओं के लिए संस्थान में 30 अप्रैल को प्रसारित ‘मन की बात' कार्यक्रम के 100वें एपिसोड को सुनना अनिवार्य किया था, जिसमें 36 छात्राएं शामिल नहीं हुईं। बाद में, अस्पताल के अधिकारियों ने तीन मई को एक आदेश जारी कर छात्राओं को सूचित किया कि तीसरे वर्ष की 28 छात्राओं और पहले वर्ष की आठ छात्राओं को एक सप्ताह के लिए छात्रावास से बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
पीजीआईएमईआर ने बृहस्पतिवार देर शाम ‘मन की बात कार्यक्रम में शामिल नहीं होने के कारण शाम को कक्षाओं के बाद नर्सिंग छात्राओं के बाहर निकलने पर प्रतिबंध..'' को लेकर एक बयान जारी किया। इसमें कहा गया कि यह नर्सिंग कॉलेज के अधिकारियों की ओर से थोड़ी ‘अत्यधिक प्रतिक्रिया' थी और ‘संबंधितों को पहले ही पीजीआईएमईआर प्रशासन की नाराजगी से अवगत करा दिया गया है।'
इस मुद्दे को कोई अन्य अर्थ नहीं दिया जाना चाहिए- PGIMER
यहां पीजीआईएमईआर द्वारा जारी बयान में कहा गया, ‘‘इसलिए हम विनम्रतापूर्वक आग्रह करते हैं कि इस मुद्दे को कोई अन्य अर्थ नहीं दिया जाना चाहिए या व्यापक जनहित में तूल नहीं दिया जाना चाहिए।'' आदेश के मुताबिक, संस्थान के वार्डन ने हाल ही में पहले और तीसरे वर्ष की छात्राओं को बताया था कि उनके लिए 30 अप्रैल को लेक्चर थियेटर-1 में ‘मन की बात' कार्यक्रम के 100वें एपिसोड को सुनना अनिवार्य है।
आदेश में छात्रों को यह भी चेतावनी दी गई थी कि कार्यक्रम में शामिल नहीं होने पर उनके बाहर निकलने पर पाबंदी लगा दी जाएगी। आदेश में कहा गया है कि वार्डन और छात्रावास समन्वयक के बार-बार याद दिलाने के बावजूद, 36 छात्राएं कार्यक्रम में शामिल नहीं हुईं।