महात्मा गांधी की पौत्रवधू ने दिल्ली छोड़ी, जाते-जाते राजधानी पर कही ये बात

punjabkesari.in Tuesday, Jul 24, 2018 - 12:19 PM (IST)

नई दिल्लीः राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पौत्रवधू डॉक्टर शिवा लक्ष्मी गांधी दिल्ली छोड़कर चली गई हैं। नवंबर, 2016 में पति कनु गांधी की मौत के बाद से एक साल से गुमनामी की जिंदगी जी रही लक्ष्मी गांधी तकरीबन तीन सप्ताह पहले दिल्ली छोड़कर सूरत चली गईं। वे एक साल से कादीपुर में हरपाल राणा के यहां रहने आई थीं और चाहती थीं कि अपनी बची हुई जिंदगी वे यहां दिल्ली में बिताएं लेकिन वे दिल्ली का माहौल देख इतनी आहत हुई कि उन्होंने वापिस जाने की सोची।  
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शासन, प्रशासन किसी ने नहीं ली सुध
कनु गांधी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के तीसरे बेटे रामदास की इकलौती संतान थे। दो साल पहले वे तब सुर्खियों में आए थे जब पता चला कि उनके सिर पर छत नहीं है। कनु गांधी और लक्ष्मी के कोई संतान नहीं है। लक्ष्मी अपने पति कनु भाई गांधी के साथ साल 2014 में अमेरिका से भारत आई थीं। कनुभाई शुरुआत में दिल्ली, वर्धा, नागपुर के बाद मरोली गांधी आश्रम में रहे थे। इसके बाद वे सूरत के एक वृद्धाश्रम में भी कुछ महीना रहे, लेकिन फिर दिल्ली चले आए थे और 2016 में में उनका देहांत हो गया। कनु गांधी के जाने के बाद लक्ष्मी गांधी अकेली हैं। एक साल पहले जब वे बीमार पड़ीं तो न शासन और न ही प्रशासन ने उनकी सुध ली। कादीपुर निवासी गांधी विचारधारा के हरपाल सिंह राणा को जब उनके बारे में पता चला तो वे अस्पताल पहुंचे बड़ी मुश्किल से लक्ष्मी गांधी को अपने साथ घर ले आए, वे तब से उन्हीं के घर रह रही थीं।

दिल्ली के माहौल से आहत
डॉक्टर शिवा लक्ष्मी गांधी अब सूरत में एक वृद्धाश्रम में रहेंगी। दिल्ली छोड़ते वक्त उन्होंने दिल्ली के माहौल पर चिंता व्यक्त की थी। निर्भया गैंगेरप से वे काफी आहत हुईं, उन्होंने कहा कि मेरा भारत ऐसा नहीं हो सकता जहां बहू-बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। साथ ही राजधानी में बढ़ते प्रदूषण से भी वे काफी परेशान थीं। जाते-जाते उन्होंने कहा कि वे अब सूरत में महात्मा गांधी की विचारधारा पर काम करेंगी।


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Seema Sharma

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