Maa Vaishno Devi: वैष्णो देवी यात्रा को लेकर आई चौंकाने वाली खबर: पिट्ठू-घोड़े वाले परेशान
punjabkesari.in Saturday, Oct 11, 2025 - 12:26 PM (IST)

नेशनल डेस्क: त्योहारी हलचल के बीच इस बार मां वैष्णो देवी की यात्रा में एक अलग ही दृश्य देखने को मिल रहा है। आमतौर पर भीड़-भाड़ से सराबोर रहने वाला कटड़ा बेस कैंप और यात्रा मार्ग फिलहाल अपेक्षाकृत शांत है। दीपावली व अन्य त्यौहारों की व्यस्तता के चलते श्रद्धालुओं की संख्या में गिरावट आई है, जिसका असर न सिर्फ कटड़ा की हलचल पर दिख रहा है बल्कि वैष्णो देवी भवन तक पहुंचने का सफर भी अब पहले से ज्यादा आरामदायक हो गया है।
मौसम साथ, भीड़ नहीं - सुगम यात्रा का अवसर
शुक्रवार को मौसम ने भी यात्रियों का साथ दिया। तेज धूप और हल्की सर्द हवाओं के बीच यात्रा आसान और सुखद रही। माता के भवन तक बिना अधिक इंतज़ार किए दर्शन करने का मौका मिल रहा है। पंजीकरण काउंटरों पर भी कोई खास भीड़ नहीं दिखी।
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक,9 अक्टूबर को लगभग 7,800 श्रद्धालु यात्रा पर पहुंचे थे। वहीं, शुक्रवार शाम 4 बजे तक करीब 4,600 यात्रियों ने पंजीकरण कर यात्रा शुरू की। कुल मिलाकर इन दिनों प्रतिदिन 8,000 से 10,000 श्रद्धालु यात्रा कर रहे हैं, जो कि सामान्य दिनों की तुलना में कम है।
दर्शन भी सरल, गुफाएं भी खुली
भीड़ कम होने से श्रद्धालुओं को न सिर्फ मां वैष्णो देवी के भवन में सुगम दर्शन का लाभ मिल रहा है, बल्कि वे आदकंवारी स्थित गर्भजून गुफा के भी दर्शन कर पा रहे हैं, जो आमतौर पर अधिक भीड़ के चलते बंद कर दी जाती है या सीमित दर्शन होते हैं।
सुविधाएं भी उपलब्ध - हेलीकॉप्टर से लेकर बैटरी कार तक
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए हेलीकॉप्टर सेवा, बैटरी कार, और केबल कार सेवा सक्रिय रूप से चल रही हैं। कम भीड़ होने के चलते इन सेवाओं का भी बेहतर उपयोग हो रहा है और श्रद्धालु इन्हें आसानी से बुक कर पा रहे हैं।
व्यापारी वर्ग को उम्मीद: दीपावली के बाद लौटेगी रौनक
कटड़ा और आसपास के व्यापारियों का कहना है कि मौजूदा ठहराव अस्थायी है। दीपावली के बाद छुट्टियों और अवकाश के चलते फिर से यात्रा में बढ़ोतरी देखी जा सकती है, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बल मिलेगा। कई होटल, गेस्ट हाउस और दुकानदार फिलहाल धीमी गति से कारोबार कर रहे हैं, लेकिन उन्हें उम्मीद है कि नवंबर के पहले सप्ताह से रौनक फिर लौटेगी।