कांग्रेस, तेदेपा और अन्नाद्रमुक के हंगामे के कारण लोकसभा की बैठक दिनभर के लिए स्थगित

punjabkesari.in Friday, Dec 21, 2018 - 01:44 PM (IST)

नई दिल्ली: राफेल मुद्दे पर संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के गठन की मांग को लेकर कांग्रेस सदस्यों, कावेरी मामले पर अन्नाद्रमुक और आंध्र प्रदेश के लिए विशेष राज्य के दर्जे की मांग को लेकर तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के सदस्यों के हंगामे के कारण शुक्रवार को लोकसभा की बैठक एक बार के स्थगन के बाद पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गयी। एक बार के स्थगन के बाद दोपहर 12 बजे सदन की बैठक शुरू हुई तो कांग्रेस के सदस्य पिछले दिनों की तरह ही राफेल मुद्दे पर जेपीसी जांच की मांग करते हुए आसन के समीप आकर नारेबाजी करने लगे। कावेरी मुद्दे पर अन्नाद्रमुक के सदस्य और आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर तेदेपा के सदस्य भी आसन के समक्ष नारेबाजी कर रहे थे।  

सुमित्रा महाजन ने पेश किए आवश्यक दस्तावेज
हंगामे के बीच ही लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने आवश्यक दस्तावेज पेश कराए। इसके बाद उन्होंने शून्यकाल शुरू कराया।  विपक्षी सदस्यों की नारेबाजी के बीच ही शून्यकाल में पांच सदस्यों ने लोक महत्व के विभिन्न विषय उठाए। इस दौरान कांग्रेस, अन्नाद्रमुक और तेदेपा सदस्यों की नारेबाजी जारी रही। हंगामा थमता नहीं देख अध्यक्ष ने सदन की बैठक पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी। लोकसभा में अगली बैठक अब 27 दिसंबर को होगी। शनिवार और रविवार की छुट्टी के बाद 24 से 26 दिसंबर तक क्रिसमस के अवसर पर सदन में तीन दिन का अवकाश रहेगा। 

अन्नाद्रमुक के सदस्य ने कागज के टुकड़े को उछाला
इससे पहले सुबह सदन की कार्यवाही शुरू हुई तो अन्नाद्रमुक और तेदेपा के सदस्यों के साथ दिल्ली में सीलिंग के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी (आप) के सदस्य भी आसन के पास आकर विरोध कर रहे थे। हंगामे के बीच अन्नाद्रमुक के एक सदस्य को कागज के टुकड़े उछालते हुए देखा गया।  प्रश्नकाल में कांग्रेस के सदस्य अपने स्थान पर ही बैठे रहे और कोई नारेबाजी नहीं की। शून्यकाल में उन्होंने भी नारेबाजी की।  शोर शराबे के बीच ही अध्यक्ष ने प्रश्नकाल में जनजातीय उप योजना क्षेत्र में योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा सेवाओं से जुड़ा प्रश्न लिया। आयुष मंत्री श्रीपद नाईक ने संबंधित पूरक प्रश्नों के उत्तर हंगामे के बीच ही दिए।  लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सदस्यों से अपने स्थान पर जाने और सदन की बैठक चलने देने का आग्रह किया। हंगामा थमता नहीं देख उन्होंने कार्यवाही शुरू होने के करीब 10 मिनट बाद ही बैठक दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। 


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Anil dev

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