लोकसभा चुनाव: कुछ काट दिए, कुछ कट गए, आधे मंत्री चुनाव में ही छंट गए

punjabkesari.in Wednesday, May 01, 2019 - 10:56 AM (IST)

इलैक्शन डैस्क (संजीव शर्मा): 17वीं लोकसभा के लिए हो रहे चुनाव के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर चुनावी सभा में अपनी जिस कैबिनेट के काम का ब्यौरा लेकर जनता में जा रहे हैं उसके आधे सदस्य चुनाव मैदान में नहीं हैं। अब इसे भाजपा की रणनीति मानें या मंत्रियों की प्रोफॉर्मैंस के आधार पर उनकी टिकट पर चली कैंची या मंत्रियों का राज्यसभा के प्रति झुकाव लेकिन तथ्य यही है कि इस चुनाव से कुछ कद्दावर नेताओं के नाम काट दिए हैं और कुछ के कट गए हैं यानी आधे मंत्री चुनाव में ही छंट गए हैं। मोदी सरकार के बड़े चेहरे भी चुनाव लडऩे की बजाय लड़वाने के काम में व्यस्त हैं। सरकार के गठन के वक्त बड़े मंत्रालयों में राज्यसभा के सदस्यों को लिया गया था लिहाजा राज्यसभा के अधिकतर सदस्यों का कार्यकाल अभी पूरा न होने के कारण उन्हें चुनाव मैदान में नहीं उतारा गया जबकि कई मंत्रियों ने खुद चुनाव लडऩे से मना कर दिया। तो आज चर्चा इसी की।

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चुनाव से हट गए बड़े मंत्री 
मोदी मंत्रिमंडल का बड़ा चेहरा माने जाने वाले जो नेता इस बार चुनाव नहीं लड़ रहे उनमें अरुण जेतली और सुषमा स्वराज का नाम सबसे ऊपर है। जेतली ने पिछला चुनाव अमृतसर से लड़ा था और हार गए थे। उनके पास वित्त मंत्रालय था लेकिन इस बार उन्होंने चुनाव से दूरी बना ली। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज मध्य प्रदेश के विदिशा से सांसद थीं लेकिन उन्होंने इस बार बहुत पहले ही चुनाव नहीं लडऩे की घोषणा कर दी थी। इसी तरह लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान भी लोकसभा के रण से किनारा कर गए। हालांकि उनका बेटा चिराग पासवान चुनाव लड़ रहा है। उधर केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती भी इस चुनाव में नहीं दिखेंगी। उनकी भी टिकट कट गई। हालांकि उनके मुताबिक वह खुद चुनाव से हटी हैं। यू.पी. से मंत्री कृष्णा राज को भी टिकट नहीं मिला। उनकी शाहजहांपुर सीट पर इस बार नया प्रत्याशी उतारा गया है। छत्तीसगढ़ के रायगढ़ से सांसद और केंद्र में राज्य मंत्री विष्णु देव साई का भी टिकट काट दिया गया है। इसी तरह असम के नौगांव से सांसद और केंद्रीय मंत्री राजेन गोहन की भी टिकट कट गई। सामाजिक न्याय मंत्री विजय सांपला भी घर बैठा दिए गए। सुरेश प्रभु भी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ रहे। 

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ये हैं जो डटे हुए हैं 
भाजपा की तरफ  से केंद्रीय मंत्रिमंडल के जो बड़े चेहरे इस बार भी मैदान में डटे हुए हैं उनमें गृहमंत्री राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, वी.के. सिंह, राज्यवर्धन राठौड़, हंसराज अहीर, स्मृति ईरानी, महेश शर्मा, संजीव बालियान, किरेन रिजिजू, जितेंद्र सिंह, मनोज सिन्हा और हर्षवर्धन प्रमुख हैं। संतोष गंगवार, सदानंद गौड़ा, राव इंद्रजीत सिंह, कृष्णपाल गुर्जर, जुएल ओराम,  आर.के. सिंह और राधा मोहन सिंह भी चुनावी मैदान में हैं। 

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वे जो चले गए मार्गदर्शक मंडल में 
इससे पहले पार्टी ने एक बड़े फैसले तहत लाल कृष्ण अडवानी, मुरली मनोहर जोशी, शांता कुमार और सुमित्रा महाजन का टिकट काट दिया था। अडवानी की सीट से तो खुद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं। सुमित्रा महाजन लगातार दशकों से जीतती आ रही थीं और इस बार भी लडऩा चाह रही थीं लेकिन पार्टी द्वारा नाम घोषित न करने से खिन्न होकर उन्होंने चुनाव से हटने का फैसला किया। शांता कुमार को लेकर भी ऐसी ही स्थिति रही जबकि जोशी को भी रिटायरमैंट दे दी गई। 

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ये मंत्री चुनाव लड़वाने में मस्त 
केंद्रीय कैबिनेट में शामिल भाजपा के कुछ ऐसे मंत्री भी हैं जिनको चुनावी चकल्लस की कोई चिंता नहीं है। ये सब राज्यसभा से आते हैं। इनमें प्रमुख हैं स्वास्थ्य मंत्री जगत प्रकाश नड्डा। नड्डा उत्तर प्रदेश और खासकर वाराणसी सीट से चुनाव लड़ाने का आनंद ले रहे हैं। इसी तरह जहां भाजपा का पूरा चुनाव सेना के पराक्रम के इर्द-गिर्द सिमट गया है, वहीं रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण को चुने जाने की कोई चिंता नहीं है। पीयूष  गोयल, मुख्तार अब्बास नकवी और धर्मेंद्र प्रधान भी इसी श्रेणी में हैं। 

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गिरिराज प्रसाद और मेनका नए मोर्चों पर 
भाजपा ने जहां कुछ मंत्रियों की टिकट काट दी है, वहीं पार्टी ने इस बार कुछ मंत्रियों को नए मोर्चों पर उतारा है। राज्यसभा सांसद रविशंकर प्रसाद को भी लोकसभा चुनाव में उतारा गया है। केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद को पार्टी ने पटना से बगावत करके कांग्रेस में गए शत्रुघ्न सिन्हा के खिलाफ  मोर्चे पर लगाया है। उधर बिहार से ही केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की सीट बदल दी गई है। उन्हें इस बार बेगूसराय से उतारा गया है जहां से जे.एन.यू. फेम कन्हैया कुमार चुनाव लड़ रहे हैं। इसी तरह केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी की सीट बदल दी गई है और पीलीभीत से उनके बेटे वरुण गांधी को उतारा गया है, मेनका वरुण की सीट सुल्तानपुर से लड़ रही हैं। पूर्व नौकरशाह व केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी को भी पार्टी ने अमृतसर सीट से मैदान में उतरा है।  


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Anil dev

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