हरियाणा से झोला लेकर निकला, बिहार में बना मालामाल… फिर पूछ लिया गया एक सवाल – और उड़ गए अफसरों के होश
punjabkesari.in Thursday, Jul 17, 2025 - 01:49 PM (IST)

नेशनल डेस्क: रेलवे प्लेटफॉर्म पर साधारण-सा दिखने वाला एक युवक, झोला लेकर ट्रेनों का इंतज़ार करता था। देखने में आम मुसाफिर जैसा लगता, मगर उसके झोले में छुपा था करोड़ों का गोरखधंधा। हरियाणा से निकलकर बिहार तक उसका सफर शराब की तस्करी से जुड़ा हुआ था और वह खुद इस अवैध नेटवर्क का हिस्सा था। लेकिन इस बार किस्मत ने साथ नहीं दिया, और कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर RPF व GRP की नज़र उस पर पड़ गई। जब पूछताछ शुरू हुई, तो जो खुलासा हुआ उसने अफसरों तक के होश उड़ा दिए।
दरअसल, बिहार में शराबबंदी कानून लागू होने के बावजूद वहां शराब की तस्करी थमने का नाम नहीं ले रही है। खासकर चुनावी मौसम में इसकी रफ्तार और तेज हो गई है। ताजा मामला उत्तर प्रदेश के कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन से सामने आया है, जहां से शराब तस्करी का एक बड़ा नेटवर्क सामने आया है। हरियाणा से शराब लाकर कानपुर के रास्ते बिहार भेजी जा रही है — और इस बार एक 21 वर्षीय युवक को 1.10 लाख रुपये की अवैध शराब के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है।
रेलवे बना तस्करों का पसंदीदा रास्ता
कानपुर सेंट्रल स्टेशन बिहार में शराब पहुंचाने का एक आसान और तेज रास्ता बन चुका है। यहां से रोजाना जाने वाली ट्रेनों का उपयोग तस्कर शराब की सप्लाई के लिए कर रहे हैं। रेल पुलिस (आरपीएफ) और जीआरपी ने इस गतिविधि पर नज़र रखने के लिए कई टीमें गठित की हैं और हाल के दिनों में लगातार छापेमारी की जा रही है।
हरियाणा से शराब, बिहार में डिलीवरी
गिरफ्तार युवक की पहचान बिहार के खगड़िया जिले के अमित कुमार के रूप में हुई है। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह हरियाणा से शराब लेकर आया था और उसे बिहार में सप्लाई करने जा रहा था। जांच के दौरान उसके बैग और झोले से 200 से अधिक शराब की बोतलें और करीब दो दर्जन बीयर की कैन बरामद की गईं।
1.10 लाख रुपये की शराब जब्त
आरपीएफ और जीआरपी की संयुक्त टीम ने 16 जुलाई को हैरिसगंज पुल के पास टाटमील की तरफ जाने वाले एक कच्चे रास्ते पर छापा मारकर आरोपी को गिरफ्तार किया। वह पीपल के पेड़ के पास खड़ा होकर ट्रेन का इंतजार कर रहा था, जिससे वह बिहार के लिए रवाना होने वाला था। पुलिस ने जब बैग की तलाशी ली, तो उसमें भारी मात्रा में शराब मिली, जिसकी अनुमानित कीमत 1.10 लाख रुपये बताई गई है। बता दें कि यह पूरी कार्रवाई एडीजी रेलवे प्रकाश डी. और एसपी रेलवे प्रयागराज प्रशांत वर्मा के निर्देशन में की गई। मौके पर मौजूद टीम का नेतृत्व डीएसपी कानपुर दुष्यंत कुमार सिंह कर रहे थे।