एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया का 15,000 करोड़ रुपये का आईपीओ को सेबी से मिली मंजूरी
punjabkesari.in Thursday, Mar 13, 2025 - 07:47 PM (IST)

बिजनेस डेस्क: एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया ने अपने प्रस्तावित 15,000 करोड़ रुपये के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के लिए भारतीय बाजार नियामक सेबी से मंजूरी प्राप्त कर ली है। इस IPO के जरिए एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंक अपने 15% हिस्से के 10.18 करोड़ शेयर बेचने की योजना बना रही है। इस IPO के माध्यम से कंपनी भारतीय शेयर बाजार में कदम रखने जा रही है और यह दक्षिण कोरिया की दूसरी कंपनी होगी, जो भारतीय एक्सचेंज पर सूचीबद्ध होगी। इससे पहले अक्टूबर 2024 में हुंडई मोटर इंडिया ने 27,870 करोड़ रुपये जुटाए थे, जो अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ था।
एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स का भारतीय बाजार में दबदबा
एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में एक प्रमुख खिलाड़ी है। भारतीय बाजार में कंपनी का शानदार प्रदर्शन रहा है। एलजी के रेफ्रिजरेटर, वाशिंग मशीन और माइक्रोवेव ओवन के उत्पादों ने भारतीय बाजार में शीर्ष स्थान प्राप्त किया है। इसके अलावा, कंपनी एयर कंडीशनर के सेगमेंट में भी दूसरे स्थान पर है, और टेलीविजन श्रेणी में भी वह शीर्ष दो ब्रांडों में शामिल है। कंपनी का भारत में प्रवेश 1997 में हुआ था और तब से लेकर अब तक उसने देश में एक मजबूत विनिर्माण आधार स्थापित किया है। एलजी के पास ग्रेटर नोएडा (उत्तर प्रदेश) और रंजनगांव (पुणे) में दो प्रमुख उत्पादन सुविधाएं हैं, जहां वह अपने अधिकांश उत्पादों का निर्माण करती है। एलजी भारत में बेचे जाने वाले लगभग 97-98% उत्पादों का स्थानीय स्तर पर निर्माण करती है, जो इसके ‘मेक इन इंडिया’ अभियान की गहरी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
आईपीओ का महत्व
एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया का यह IPO भारतीय पूंजी बाजारों में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह आईपीओ भारतीय बाजार में बड़े आकार की पेशकशों की मजबूत मांग के बीच आया है। इसके साथ ही यह भारत का पांचवां सबसे बड़ा आईपीओ हो सकता है, जो जीवन बीमा निगम, हुंडई मोटर इंडिया, पेटीएम और कोल इंडिया के बाद होगा। कंपनी ने अपने IPO के लिए दिसंबर 2024 के पहले सप्ताह में सेबी के पास अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) दाखिल किया था। इसके बाद से कंपनी के निवेशकों और भारतीय शेयर बाजार के संभावित निवेशकों के बीच इसके बारे में उत्सुकता बनी हुई है।
एलजी का आईपीओ भारत में दक्षिण कोरियाई कंपनियों के लिए नई दिशा
एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया का IPO भारत में दक्षिण कोरियाई कंपनियों के लिए एक नई दिशा का प्रतीक बन सकता है। कंपनी ने भारतीय बाजार में सफलता पाने के बाद अब भारतीय एक्सचेंज में अपनी हिस्सेदारी पब्लिक करने का निर्णय लिया है। इसके साथ ही, यह दक्षिण कोरिया की दूसरी कंपनी होगी, जो भारतीय बाजार में अपनी सार्वजनिक सूचीबद्धता दर्ज करेगी। इससे पहले, हुंडई मोटर इंडिया ने अपने IPO के जरिए भारतीय बाजार में 27,870 करोड़ रुपये जुटाए थे, जो भारतीय बाजार के सबसे बड़े आईपीओ में से एक है।
एलजी के आईपीओ में शामिल होने वाले प्रमुख निवेश बैंकों में मॉर्गन स्टेनली, जेपी मॉर्गन, एक्सिस कैपिटल, बोफा सिक्योरिटीज और सिटी प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं। ये बैंकों की टीम कंपनी को आईपीओ के लिए बेहतर रणनीति बनाने और उसे सफल बनाने में मदद करेगी।
भारत के लिए बड़ी संभावनाएं
एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया का आईपीओ भारतीय बाजार के लिए बड़े अवसरों का संकेत है। इससे न केवल भारतीय उपभोक्ताओं को बेहतर उत्पाद मिलेंगे, बल्कि निवेशकों को भी एक नया मौका मिलेगा। इससे भारतीय पूंजी बाजार को नई दिशा मिल सकती है और भारतीय कंपनियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने का अवसर मिलेगा।