Gold Rate Down: सस्ता हुआ सोना, चांदी की भी कीमत गिरी; जानें अपने शहर का लेटेस्ट रेट
punjabkesari.in Thursday, Jul 17, 2025 - 03:04 PM (IST)

नेशनल डेस्क: गुरुवार 17 जुलाई 2025 को देशभर में सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट देखी गई है। जहां पिछले कुछ हफ्तों में सोने के दाम लगातार बढ़ते नजर आ रहे थे वहीं आज इसमें मामूली गिरावट आई है। इससे ग्राहकों को थोड़ी राहत मिली है। खासकर त्योहारी सीजन से पहले अगर कीमतें ऐसी ही बनी रहीं तो खरीदारों को फायदा मिल सकता है।
क्या हैं आज के ताज़ा रेट? जानिए प्रमुख शहरों के दाम
देश के प्रमुख शहरों में आज के ताज़ा सोने के रेट इस प्रकार हैं:
शहर | 22 कैरेट (10 ग्राम) | 24 कैरेट (10 ग्राम) |
---|---|---|
मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद, कोलकाता, चेन्नई | ₹90,990 | ₹99,270 |
अहमदाबाद, पटना | ₹91,100 | ₹99,380 |
जयपुर | ₹91,150 | ₹99,480 |
चांदी की बात करें तो इसमें भी 100 रुपये प्रति किलो की गिरावट दर्ज की गई है। आज चांदी की कीमत ₹1,13,900 प्रति किलोग्राम पर आ गई है।
एमसीएक्स पर सोने-चांदी की चाल
वायदा बाजार (MCX) में भी सोने की कीमतों में गिरावट नजर आई है।
-
5 अगस्त 2025 को समाप्त होने वाला सोना वायदा 0.54% की गिरावट के साथ ₹97,428 प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा है।
-
वहीं 5 सितंबर 2025 को समाप्त होने वाली चांदी वायदा 0.18% की तेजी के साथ ₹1,11,841 प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई है।
क्यों घट रहे हैं सोने के दाम? जानिए वजह
रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार जून 2025 में भारत का सोने का आयात 40 प्रतिशत घटकर दो साल के सबसे निचले स्तर पर आ गया है। इसका मुख्य कारण है सोने की कीमतों में रिकॉर्ड उछाल, जिससे मांग में भारी गिरावट आई।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार:
-
जून 2025 में भारत का सोना आयात 21 टन पर सिमट गया है।
-
एक साल पहले जून में यह आंकड़ा 2.48 अरब डॉलर था, जो अब घटकर 1.84 अरब डॉलर हो गया है।
-
पिछले दस वर्षों में जून के महीने में औसतन 52.4 टन सोने का आयात होता रहा है।
-
2025 की पहली छमाही में सोने का आयात 30% घटकर 204.1 टन रह गया है। यह 2020 के बाद सबसे कम आंकड़ा है।
भारत में कैसे तय होती है सोने की कीमत?
भारत में सोने की कीमत तय होने के पीछे कई कारण होते हैं:
-
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतें
-
डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत
-
सरकार द्वारा लगाए गए आयात शुल्क और टैक्स
-
स्थानीय मांग और आपूर्ति का संतुलन
भारत में सोना केवल निवेश का माध्यम नहीं बल्कि सांस्कृतिक और धार्मिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण माना जाता है। शादी-ब्याह और त्योहारी मौसम में इसकी मांग काफी बढ़ जाती है।
क्या खरीदारों के लिए है यह सही समय?
कीमतों में गिरावट का मतलब है कि यह समय सोने की खरीदारी के लिए उपयुक्त हो सकता है। हालांकि सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव बना रहता है इसलिए निवेश या खरीदारी से पहले बाजार की स्थिति समझना जरूरी है।