...तो मुर्मू के खिलाफ यशवंत सिन्हा को क्यों उतारा था, अब आपके मन में सम्मान पैदा हो गया! कांग्रेस पर बरसे कुमारस्वामी
punjabkesari.in Friday, May 26, 2023 - 05:33 PM (IST)

नेशनल डेस्क: जद (एस) नेता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी ने शुक्रवार को नए संसद भवन के उद्घाटन का बहिष्कार करने के लिए “पाखंडी कांग्रेस” की आलोचना की। कांग्रेस और कुछ अन्य राजनीतिक दलों ने 28 मई को नए संसद भवन के उद्घाटन से यह कहते हुए किनारा करने का फैसला किया है कि यह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा किया जाना चाहिए था, न कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा।
कांग्रेस कर रही तुच्छ राजनीति
पूर्व प्रधानमंत्री और जद(एस) सुप्रीमो एच.डी. देवेगौड़ा के उद्घाटन समारोह में भाग लेने के अपने फैसले की घोषणा के एक दिन बाद, उनके बेटे कुमारस्वामी ने कहा कि कांग्रेस द्वारा किया गया आह्वान “तुच्छ राजनीति” को आगे बढ़ाने के उसके दोहरे मापदंड को दर्शाता है, जिसका मकसद “कुछ समुदायों को खुश करके” वोट अपने पक्ष में करना है। जद (एस) नेता ने हालांकि स्पष्ट किया कि इस कदम (देवेगौड़ा के नए संसद भवन के उद्घाटन में भाग लेने) को भाजपा के प्रति उनकी पार्टी के नरम रुख के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए।
कुमारस्वामी ने यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि जद (एस) ने इस विषय पर विस्तृत चर्चा की और आखिरकार इस बात पर सहमति बनी कि वह 28 मई को उद्घाटन में शामिल होगी। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि संसद भवन किसी पार्टी ने नहीं, बल्कि करदाताओं के पैसे से बनाया गया है। हालांकि, कांग्रेस और कुछ अन्य दलों ने यह कहते हुए उद्घाटन का बहिष्कार करने का फैसला किया है कि इसका उद्घाटन राष्ट्रपति द्वारा किया जाना चाहिए, जो आदिवासी समुदाय से आती हैं।
सोनिया-राहुल ने क्यों किया था शिलान्यास?
कुमारस्वामी ने कांग्रेस को याद दिलाया कि छत्तीसगढ़ विधानसभा भवन का शिलान्यास सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने किया था, न कि राज्यपाल ने। जद(एस) नेता ने कहा, “कर्नाटक में भी, विकास सौध की नींव 2005 में तत्कालीन कांग्रेसी मुख्यमंत्री (धरम सिंह) ने रखी थी, न कि (तत्कालीन) राज्यपाल ने। यह कांग्रेस का दोहरा चरित्र है, जो कुछ समुदायों को खुश करने के लिए तुच्छ राजनीतिक मुद्दे उठाकर वोटों को अपने पक्ष में करना चाहती है।”
मुर्मू के खिलाफ यशवंत सिन्हा को क्यों उतारा था
उन्होंने यह भी पूछा कि कांग्रेस के मन में जनजातीय महिला के प्रति इतना ही सम्मान था तो उसने राष्ट्रपति चुनाव के दौरान मुर्मू के खिलाफ पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को क्यों मैदान में उतारा था।
कुमारस्वामी ने कहा, “यदि आप वास्तव में एक आदिवासी महिला के प्रति सम्मान रखते हैं, तो आपको उसे निर्विरोध चुन लेना चाहिए था, क्योंकि यह राष्ट्रपति का चुनाव था। आपने यशवंत सिन्हा को क्यों मैदान में उतारा? अब आपके मन में उनके लिये सम्मान पैदा हो गया है! हम राष्ट्रपति मुर्मू के सम्मान के पीछे आपके पाखंड को देख सकते हैं।” उन्होंने कांग्रेस को ओछी राजनीति करके अपनी सम्मानजनक स्थिति खराब नहीं करने की सलाह भी दी।
सबसे ज्यादा पढ़े गए
Related News
Recommended News
Recommended News

राजस्थान के बाद छत्तीसगढ़ पहुंचे नड्डा-शाह, BJP नेताओं संग बैठक कर लिया फीडबैक

गलत इंजेक्शन ने ली लड़की की जान, शव को सरेराह बाइक पर फेंका, दिल दहला देने वाला VIDEO

CM नीतीश ने बिहारशरीफ में चंद्रिका पावर के इथेनॉल उत्पादन प्रतिष्ठान का किया शुभारंभ, व्यवस्थाओं की ली जानकारी

एक-दो नहीं 15 बड़े खिलाड़ी है Cricket World Cup 2023 से पहले जख्मी, देखें पूरी लिस्ट