Google Pay और PhonePe के cash back के पीछे छिपा है एक बड़ा खेल, जानिए क्यों मिलता है फ्री पैसा?

punjabkesari.in Wednesday, Aug 13, 2025 - 12:41 PM (IST)

नेशनल डेस्क: जब भी हम Google Pay या PhonePe से पेमेंट करते हैं, तो अक्सर हमें स्क्रैच कार्ड या कैशबैक मिलते हैं। इनमें 5 रुपये से लेकर 100 रुपये तक मिल जाते हैं। क्या आपने कभी सोचा है कि ये कंपनियां आखिर क्यों इतना पैसा बांटती हैं? क्या इससे उन्हें नुकसान नहीं होता? दरअसल इसके पीछे एक खास रणनीति है, जिसे समझना जरूरी है।

ग्राहकों को जोड़े रखने का तरीका

Google Pay और PhonePe जैसी कंपनियों का यह तरीका असल में मार्केटिंग और ग्राहक को अपने साथ जोड़े रखने का एक बड़ा प्लान है। स्क्रैच कार्ड या कैशबैक का लालच ग्राहकों को बार-बार उन्हीं ऐप से पेमेंट करने के लिए प्रेरित करता है। इसे 'रिवॉर्ड-बेस्ड लॉयल्टी प्रोग्राम' कहते हैं। इसके जरिए कंपनियां अपने लाखों-करोड़ों ग्राहकों को छोटी-छोटी खुशियां देकर लंबे समय तक अपने साथ बनाए रखती हैं।

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इन तरीकों से होती है कमाई-

आपको यह जानकर हैरानी होगी कि ये कंपनियां हमें जो मुफ्त में पैसे देती हैं, वह उनके लिए घाटे का सौदा नहीं, बल्कि एक तरह का विज्ञापन खर्च है। ये कंपनियां कई तरीकों से कमाई करती हैं:

  • डेटा बेचना: जब आप इन ऐप्स से पेमेंट करते हैं, तो आपका लेनदेन डेटा उनके लिए बहुत कीमती होता है। गोपनीयता नियमों के तहत ये कंपनियां इस डेटा का इस्तेमाल यह समझने के लिए करती हैं कि लोग कहाँ, कब और कितना खर्च कर रहे हैं।
  • विज्ञापन और ब्रांड प्रमोशन: ये कंपनियां अपने प्लेटफॉर्म पर अलग-अलग ब्रांड्स और कंपनियों के ऑफर्स दिखाकर पैसे कमाती हैं।
  • बैंकों से साझेदारी: बैंकों के साथ पार्टनरशिप करके भी ये कंपनियां कमाई करती हैं।

लेनदेन को बढ़ावा देना है मकसद

आसान भाषा में Google Pay और PhonePe के लिए 10-50 रुपये के रिवॉर्ड बांटना कोई नुकसान नहीं है। बल्कि यह उनके लिए एक तरीका है, जिससे वे ग्राहकों को ज्यादा से ज्यादा लेनदेन करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। जितने ज्यादा लोग इन ऐप्स का इस्तेमाल करेंगे उतना ही ज्यादा डेटा और कमाई के अवसर इन कंपनियों को मिलेंगे। इस तरह स्क्रैच कार्ड एक तरह का प्रोत्साहन बन जाता है, जो ग्राहकों को बार-बार ऐप का इस्तेमाल करने के लिए मजबूर करता है।

 


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News Editor

Radhika

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